नाहन 29 अक्तूबर ( हिमाचलवार्ता) : – भले ही जिला सिरमौर प्रशासन ने फाइलों में कोरोना संकरण मुक्त जिला बनाया हो, लेकिन अभी कोरोना संक्रमण ने हमारा पीछा नही छोड़ा है , जिला सिरमौर के व्यक्ति की कोरोना संक्रमण के चलते पीजीआई चंडीगढ़ में मौत होने के बाद समूचे जिले में जहाँ कोरोना की दस्तक होने की सनसनी है, वही जिला प्रशासन के कोरोना संक्रमण मुक्त होने के दावे की पोल खुल गई है, इसलिए जिला प्रशासन पर तरह तरह की अटकलों का बाजार गर्म नजर आ रहा है!
कोरोना संक्रमण से ग्रसित 60 वर्षीय मृतक का सोमवार शाम राजगढ़ के शाया सनौरा में कोविड प्रोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार किया गयाहै, स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मृतक व्यक्ति को 19 अक्तूबर को पीजीआई में बुखार के चलते दाखिल किया गया था, साथ ही मरीज को लीवर संबंधी रोग की समस्या चल रही थी, बुखार की हालत में दाखिल होने से पहले मृतक का कोविड सैंपल लिया गया, जो पॉजिटिवनिकला, और उपचार के दौरान व्यक्ति की मौत हो गई, शव को पैतृक गांव शाया सनौरा लाया गया, जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूरे कोविड प्रोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार किया।
सूत्रों के अनुसार मृतक आबकारी एवं कराधान विभाग में निरीक्षक पद से सेवानिवृत्त हुआ था, तथा लंबे समय से कालाअंब मेंनिजी मकान में रह रहा था, कुछ दिनों पहले अचानक व्यक्ति की तबियत खराब हुई, जिसके बाद मरीज को पीजीआई चंडीगढ़ इलाज के लिए ले जाया गया, जहाँ सबसे पहले कोरोना संक्रमण टेस्ट होने पर पोजेटिव आया, तथा मरीज का इलाज अभी शुरू ही हुआ था कि कोरोना के आगे व्यक्ति जिंदगी की जंग हार गया है,
आश्चर्य इस बात से हो रहा है कि स्वास्थ्य विभाग व प्रशासनिक आकडो के अनुसार जिला सिरमौर में कोई भी केस कोरोना संक्रमण का नही है, यदि सरकार के आकडे सटीक है तो फिर व्यक्ति को कोरोना संक्रमण किससे हुआ है, और यदि जिला के अंदर अभी भी कोरोना संक्रमण है तो यह रोज कि राजनेतिक रेलिया, शादियाँ, पार्टिया, प्रशासनिक बैठकें, आवाजही में खुली छूट, और सबसे अधिक प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी कोरोना संक्रमण के नियमों को हाशिए पर रखते क्यूँ नजर आते है, क्या प्रशासन को जनता के स्वास्थ्य से कोई साहूकार नहीं है?
पीएचसी धामला प्रभारी डॉ. रितेश शर्मा ने बताया कि अधीनस्थ कर्मचारियों को पीपीई किट देकर मौके पर अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया था जहां शव का कोविड प्रोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार किया गया, सीएमओ डॉ. संजीव सहगल ने बताया कि मामले की सूचना मिली है लेकिन मृतक की सिरमौर में कोविड सैंपलिंग नहीं की गईथी, पीजीआई में उपचार के दौरान ही उनका सैंपल लिया होगा।