स्वर्ण आयोग गठन की मांग को लेगर सवर्ण समाज कर रहा संघर्ष
नाहन (हिमाचलवार्ता)। स्वर्ण आयोग की मांग को लेकर क्षत्रिय संगठन और सवर्ण समाज द्वारा शुरू की गई शव यात्रा आज कड़ी सुरक्षा के बीच ज़िला मुख्यालय नाहन पहुँची। जहां पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। आज सुबह यह शव यात्रा सोलन से सिरमौर की सीमा में प्रवेश हुई, जहां सवर्ण समाज के लोगों ने गर्म जोशी के साथ स्वागत किया।
पुलिस प्रशासन ने यशवंत विहार से दोसड़का तक सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की हुई थी, ताकि टकराव की मामूली सी भी गुंजाइश न रहे। आपको बता दें कि आज ज़िला मुख्यालय में दलित समाज के संगठनो ने रैली निकाल कर डीसी के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजे गए।
जिसके चलते पुलिस को डर था कि कही दलित और स्वर्ण समाज के बीच टकराव की स्थिति पैदा न हो । जिस कारण यशवंत विहार से लेकर पांवटा तक सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई थी। बताते है कि पुलिस का खुफिया तंत्र भी हाई अलर्ट पर था। बता दें कि आयोग की मांग को लेकर पैदल शवयात्रा सोमवार को शिमला से शुरू हुई थी।
नाहन में पुलिस की घेराबंदी के बीच गुजरी शव यात्रा, नहीं थी ज्यादा रुकने की इजाजत
पांवटा साहिब के बाद ये यात्रा उत्तराखंड की सीमा में दाखिल हो जाएगी। इस मांग का मुद्दा इंटरस्टेट भी हो सकता है। हरिद्वार के बाद यात्रा का सफर हरियाणा व पंजाब से भी गुजर कर 10 दिसंबर को धर्मशाला में खत्म होगा। 800 किलोमीटर की पैदल शव यात्रा को नाहन शहर में अधिक देर रुकने का समय नहीं दिया गया।
कुछ संगठनों ने यात्रा का स्वागत भी किया तो एक संगठन द्वारा जलपान की व्यवस्था भी की हुई थी। यात्रा का नेतृत्व कर रहे रूमित ठाकुर ने कहा कि यात्रा को रोकने की कोशिश भी की जा रही है, लेकिन वो रुकने वाले नहीं हैं। शव का विधि विधान से गंगा जी के तट पर क्रियाकर्म किया जाएगा।