कांगड़ा 07 फरवरी {हिमाचलवार्ता न्यूज़}:-शनिवार को टांडा मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस काउंसलिंग के दौरान यह मामला सामने आया था। इसमें आवेदनकर्ता युवती ने फर्जी दस्तावेज दिखाए और उसकी यह चालाकी पकड़ी गई थी। डीएसपी सुनील राणा ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
हिमाचल प्रदेश के टांडा मेडिकल कॉलेज कांगड़ा में एमबीबीएस की सीट लेने के लिए युवती ने जाली अलॉटमेंट लेटर तैयार किया था। सूत्र बताते हैं कि यह अलॉटमेंट लेटर युवती ने घरवालों को चकमा देने के मकसद से तैयार किया था। पुलिस की प्रारंभिक छानबीन में यह खुलासा हुआ है। शनिवार को युवती टांडा मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने का प्रयास करने पहुंची थी। उसकी ओर से दिए अलॉटमेंट लेटर को देखकर कॉलेज प्रशासन को शक हुआ।
सूत्र बताते हैं कि जिस अलॉटमेंट नंबर को लेकर पालमपुर की रहने वाली लड़की परिजन के साथ आई थी, उस अलॉटमेंट नंबर से पहले ही आईजीएमसी शिमला में एडमिशन हो चुकी थी। सूत्र बताते हैं कि युवती किसी संस्थान में कोचिंग ले रही थी। एमबीबीएस के लिए दाखिला परीक्षा में नंबर कम आए थे। इससे एमबीबीएस में एडमिशन नहीं हो पाई। परिवार को गुमराह करने के लिए युवती ने फर्जी अलॉटमेंट लेटर तैयार किया था। इसे लेकर अपने परिजनों के साथ टांडा आ गई। अलॉटमेंट नंबर दिखाया गया तो पहले से जारी सूची में यह नंबर किसी और का था, जिसकी पहले ही एडमिशन हो चुकी थी।