धर्मशाला 10 फरवरी {हिमाचलवार्ता न्यूज़}:-हिमाचल के पूर्व रणजी खिलाड़ी विक्रमजीत मलिक का कहना है कि धर्मशाला में सर्दियों के दिनों में शाम के समय ओस की परत जम जाती है। इसके चलते खिलाड़ियों को मैदान में फील्डिंग के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
हिमाचल प्रदेश के धौलाधार की तलहटी में बने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में भारत-श्रीलंका के बीच खेले जाने वाले मैचों में ओस खिलाड़ियों के लिए परेशानी बन सकती है। शाम को सात बजे शुरू होने वाले मैच में पहली और दूसरी पारी में ओस की स्थिति मैच को बदलने का काम करेगी। धौलाधार की पहाड़ियों पर बिछी बर्फ की सफेद चादर के कारण शाम के समय धर्मशाला का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है।
हिमाचल के पूर्व रणजी खिलाड़ी विक्रमजीत मलिक का कहना है कि धर्मशाला में सर्दियों के दिनों में शाम के समय ओस की परत जम जाती है। इसके चलते खिलाड़ियों को मैदान में फील्डिंग के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। गेंदबाजों को भी बार-बार गेंद को साफ करना पड़ेगा, जिससे गेंद की पकड़ बनी रहे। किस इनिंग में कितनी ओस रहती है, वही अंत में मैच का निर्णय तय करेगी।