नाहन (हिमाचल वार्ता न्यूज):- ज्यों ज्यों मर्ज किया, दर्द बढ़ता ही गया यह कहावत इन दिनों राजमार्ग प्राधिकरण पर सटीक बैठ रही है। जिनके पास दर्जनों बार अपील करने के बाद लोगों की समस्याएं बढ़ती जा रही है। मामला राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर विकासखंड तिलोरधार के शिल्ला गांव का सामने आया है। जहां पर आरजीवी कंपनी ने मार्ग की कटिंग तो कर दी है। लेकिन दिवारे लगाना भूल गई है
आलम यह हो गया है कि ग्रामीणों की घासनिया, खेत , खलियान, पशुशालाओं सहित नगदी फसलें भूस्खलन की भेंट चढ़ रही है। लगातार राष्ट्रीय राजमार्ग की कटिंग होने के बाद भूस्खलन हो रहा है और ग्रामीणों को पशुओं सहित अपनी जिंदगियों को बचाने की जद्दोजहद लगी हुई है। लेकिन यहां कठिन परिस्थितियों में सहायता करना तो दूर लेकिन आवाज सुनने वाला प्रशासनिक अमला भी कुंभकर्णी नींद नजर आ रहा है।
ग्रामीणों की माने तो आरजीवी कम्पनी ने मार्ग की कटिंग करके लगभग 60 फीट ऊंची हाइट बनाकर लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। रास्ते बंद कर दिए है। पहाड़ों में अंडर कटिंग करके ऊपर से रोज धीरे धीरे भूस्खलन हो रहा है। घासनीयो सहित उपजाऊ खेतों में लगी फसलें और पशुशालाएं भूस्खलन की भेंट चढ़ रही है। कई बार राजमार्ग प्राधिकरण, स्थानीय प्रशासन को समस्या का समाधान करने के लिए कहा गया है।
लेकिन स्थानीय एसडीएम सहित राजमार्ग प्राधिकरण के सभी अधिकारी व कर्मचारी गरीब जनता की दर्द भरी आवाज को अनसुना कर रहे है। जिसके कारण ग्रामीण केवल भगवान भरोसे बैठे है। भ्रष्ट तंत्र में लिप्त प्रशासनिक अमला आरजीवी कंपनी पर कार्रवाई करने से गुरेज करता नजर आ रहा है और ग्रामीणों की मुसीबतें इतनी बढ़ती जा रही है कि पशुओं सहित अपनी जिंदगी बचानी मुश्किल हो रही है।
लगातार नुकसान होने से बड़ी क्षति पहुंच रही है। उधर राजमार्ग प्राधिकरण के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विवेक पांचाल ने बताया कि इस बारे में कोई शिकायत नहीं मिली है फिर भी यदि ग्रामीणों के घरों को नुकसान हो रहा है तो जांच की जाएगी।