नाहन (हिमाचल वार्ता न्यूज):-कलगीधर ट्रस्ट बड़ू साहिब के अंतर्गत चल रही इटरनल यूनिवर्सिटी को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से बीएससी (होन्स )एग्रीकल्चर के लिए आईसीएआर मान्यता मिल गयी है। कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग, कृषि मंत्रालय, भारत सरकार के तहत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर ) एक स्वायत्तशासी संस्था है और भारत वर्ष में बागवानी, मात्स्यिकी और पशु विज्ञान सहित कृषि के क्षेत्र में समन्वयन, मार्गदर्शन और अनुसंधान प्रबन्धन एवं शिक्षा के लिए परिषद सर्वोच्च निकाय है।इसका उद्देश्य कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कार्यक्रमों को प्रोत्साहन करना और उनके बारे में शिक्षित करना है।इटरनल यूनिवर्सिटी पिछले १२ वर्षों से जिला सिरमौर के शिक्षा के क्षेत्र में एक अग्रणी संस्था बनी हुई है। यहाँ छात्राओं के लिए स्नातक-स्नातकोत्तर एवं पीएचडी के सभी कोर्सेज करवाए जातें हैं।
आईसीएआर मिलने से अंतिम वर्षों में इटरनल यूनिवर्सिटी के तहत चल रहे डॉ खेम सिंह गिल अकाल कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर से बीएस (होन्स )एग्रीकल्चर पास छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा और अब वह किसी भी सरकारी कृषि विश्वविद्यालय में किसी भी प्रोग्राम में एडमिशन ले सकते हैं एवं हिमाचल प्रदेश की सरकारी नौकरी के लिए आवेदन भी कर सकते हैं।