नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज)लंपी वायरस से संक्रमित गउओं की मौत होने पर सरकार पशुपालकों को 30 हजार रुपए का मुआवजा देगी। यह ऐलान पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने शनिवार को विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान किया हैं। नियम 62 के तहत कुसुम्पटी के विधायक अनिरुद्ध सिंह ने लंपी स्किन डिजीज का कहर पर एक प्रस्ताव लाया था।
इस प्रस्ताव के जवाब में पशुपालन मंत्री ने बताया कि अगर लंपी के कारण किसी गाय की मौत होती है, तो पशु पालकों को सरकार 30 हजार रुपए का मुआवजा देगी। पशुपालन मंत्री ने बताया कि लंपी वायरस के संक्रमण के कारण प्रदेश में कुल 1560 पशु संक्रमित हो चुके हैं।
वहीं, 84 पशुओं की इस वायरस के कारण मौत हो चुकी हैं। लाहुल-स्पीति, चंबा और किन्नौर को छोडक़र सभी जिलों में पशुओं की मौत के मामले आए हैं। लंपी वायरस का ज्यादा कहर सिरमौर, शिमला, सोलन, ऊना और कांगड़ा जिला में ज्यादा है।
सिरमौर में 45, शिमला में 18, सोलन में 12, ऊना में आठ व एक मौत बिलासपुर में हुई है। पशुपालन मंत्री ने बताया कि लंपी वायरस की रोकथाम के लिए प्रदेश में अब तक 20 हजार 700 पशुओं को वैक्सीन की डोज लगा दी गइ हैं।