नाहन (हिमाचल वार्ता न्यूज):- सिरमौर जिला के गिरीपार इलाके के हाटी समुदाय को अभी जनजातीय दर्जा मिला भी नहीं और हज़ारो लोगों ने इसका अभी से विरोध करना शुरु कर दिया। अनुसूचित जाति के लोगों ने हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा दिए जाने पर नाराजगी जाहिर की है। इनका कहना है कि अगर हाटी समुदाय को जनजीताय दर्जा मिला तो अनुसूचित जाति पर हो रहे अत्याचार को और बढ़ावा मिलेगा व ग्राम पंचायत से संबंधित निकायों में अनुसूचित जाति आधारित आरक्षण बिल्कुल समाप्त हो जाएगा।
इसी के विरोध में अनुसूचित जाति के लोगों ने हज़ारों की तादाद में संगड़ाह में महा रैली निकाली। इस दौरान उन्होंने मांग की है कि हाटी समुदाय को जनजीताय दर्जा न दिया जाए। इस दौरान अनुसूचित जाति अधिकार संरक्षण समिति का जनसैलाब संगड़ाह बस स्टैंड से होते हुए मिनी सचिवालय पहुंचा। यहां पर समिति ने एसडीएम डॉ. विक्रम नेगी के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजा और मांग की कि गिरीपार को जनजातीय क्षेत्र घोषित ना किया जाए।
लोगों ने कहा कि हाटी समुदाय को एससी/एसटी का दर्जा मिलने से क़ानून निष्क्रिय होने और जातीय प्रताड़ना का डर बढ़ेगा। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय हाटी समिति गिरीपार इलाके को जनजातीय दर्जा दिए जाने को लेकर प्रदर्शन करती आई है। केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार द्वारा हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा दिए जाने बारे आश्वासन भी दिया जा चुका है। इसके अलावा बीते शनिवार को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नाहन में हाटी समुदाय की मांग को लेकर भरोसा दिया था।