नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज)(संजय सिंह):- 2022 के चुनाव में जोड़-तोड़ की राजनीति का दबाव कांग्रेस का मानसिक संतुलन हिलाता हुआ नजर आ रहा है। भाजपा द्वारा बनाए जा रहे दबाव के चलते सिरमौर कांग्रेस मे भी पाला बदलने की चर्चाएं तेज हो गई है। वही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप से एक कार्यक्रम के दौरान पूछे गए सवाल में उन्होंने इसके बड़े संकेत भी दे दिए हैं। सुरेश कश्यप का कहना है कि जिला सिरमौर कांग्रेस में कई बड़े चेहरे उनके संपर्क में आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही इसकी सूचना मीडिया को दी जाएगी।
अब यदि चल रही चर्चाओं पर गौर किया जाए तो पांवटा साहिब में जहां कांग्रेस से टिकट की दौड़ में शामिल रहे कुछ चेहरों में से भाजपा के प्रति नर्माहट देखी जा रही है उससे पांवटा साहिब से संभावित कांग्रेसी प्रत्याशी करनेश जंग की मुश्किलें पहले से और अधिक बढ़ जाएंगी। पांवटा साहिब में पहले ही कांग्रेस के दो बड़े चेहरे आम आदमी पार्टी का दामन थाम चुके हैं जबकि एक चेहरा टिकट ना मिलने पर आजाद मैदान में उतरने की तैयारी पर है। देखना यह होगा कि आजाद उम्मीदवार चुनाव मैदान में डटे रहेंगे या फिर भाजपा का दामन थामेंगे।
पांवटा साहिब में जहां मुकाबला मौजूदा समय अब आम आदमी पार्टी और भाजपा में माना जा रहा है ऐसे में कांग्रेस से टिकट ना मिलने की एवज में प्रमुख चेहरे दल बल के साथ भाजपा का दामन थाम सकते हैं। वही, नाहन विधानसभा क्षेत्र की बात की जाए तो यहां पर अजय सोलंकी का कांग्रेस से टिकट लगभग फाइनल हो चुका है। वही टिकट की दौड़ में शामिल रहे प्रमुख चेहरे में इकबाल चौधरी भले ही किसी भी सूरत में कांग्रेस का दामन नहीं छोड़ेंगे मगर आजाद उम्मीदवार के तौर पर मैदान में वह उतर भी सकते हैं।
वही हाल ही में हुए प्रकरणों के दौरान पूर्व विधायक इन दिनों बिल्कुल गुमसुम नजर आ रहे हैं। इकबाल चौधरी और पूर्व विधायक की गहरी नज़दीकियां किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में इकबाल चौधरी को छोड़कर एक पार्षद व कई अन्य समर्थकों के साथ भाजपा में जाने की चर्चाएं भी इन दिनों खास हो रही हैं। कमोवेश श्री रेणुका जी में जहां विनय कुमार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि कांग्रेस उसकी मां के समान है वह उसका दामन किसी भी सूरत में नहीं छोड़ेंगे।
मगर यहां कुछ ऐसे भी चेहरे हैं जिन्हें विनय कुमार के द्वारा अपनी ही पार्टी में सत्ता के दौरान और भाजपा सरकार के दौरान पूरी तरह हाशिए पर रखा। वही अब अगर पच्छाद विधानसभा क्षेत्र की बात की जाए तो इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की ओर से दयाल प्यारी का नाम लगभग तय माना जा रहा है। बड़ी बात तो यह है कि दयाल प्यारी की हवा भी इस समय इस विधानसभा क्षेत्र में बड़ी चर्चा में है। कांग्रेस की इस संभावित प्रत्याशी को भाजपा से नाराज एक बड़े वर्ग का समर्थन भी है।
तो वही यहां से एक बड़े प्रमुख कांग्रेसी चेहरे की भाजपा में जाने की चर्चा भी इन दिनों जोरों पर चल रही है। ऐसा इसलिए भी कहा जा सकता है क्योंकि प्रदेश कांग्रेस में इस समय सुखविंदर सिंह सुक्खू गुट अपना पूरा दबदबा बना चुका है। वही वीरभद्र गुट से माने जाने वाले कांग्रेसियों को अपना आने वाला समय खराब नजर आ रहा है क्योंकि कांग्रेस के प्रमुख नेता और पूर्व मंत्री जीआर मुसाफिर भी मैदान में हैं जो दयल प्यारी के कटर विरोधी है। जिस प्रकार भाजपा ने रिवाज बदलने को लेकर अपनी बाहें खोल रखी है उसमें कितने कांग्रेसी इनकी झप्पी में जाएंगे यह देखना अब बाकी है।