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    Home»चण्डीगढ़»चंडीगढ़ को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए पीजीआई-प्रशासन आएगा साथ
    चण्डीगढ़

    चंडीगढ़ को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए पीजीआई-प्रशासन आएगा साथ

    By Himachal VartaMay 28, 2023
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    हिमाचलवार्ता न्यूज़

    चंडीगढ़ ( हिमाचलवार्ता न्यूज़ )         पीजीआई सामुदायिक चिकित्सा विभाग की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में विभाग के डॉक्टर सोनू गोयल ने बताया कि हुक्के का 45 मिनट का सेशन लेने वाला युवा एक बार में 50 सिगरेट के कश के बराबर तंबाकू ले लेते हैं। उन्हें इसका पता भी नहीं चलता। तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में रविवार को चंडीगढ़ पीजीआई की तरफ से साइक्लोथान और वाकेथान का आयोजन किया गया। जिसमें पीजीआई से सुखना लेक तक काफी संख्या में युवाओं ने भाग लेकर तंबाकू छोड़ने के लिए लोगों को जागरूक किया।  कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने कहा कि चंडीगढ़ को तंबाकू फ्री बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग पीजीआई के साथ मिलकर काम करेगा। कार्यक्रम में पीजीआई, चंडीगढ़ और पंजाब स्वास्थ्य विभाग, आईएमए, पीयू, होमी भाभा कैंसर संस्थान के डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ ने भाग लिया।  पीजीआई सामुदायिक चिकित्सा विभाग की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में विभाग के डॉक्टर सोनू गोयल ने बताया कि हुक्के का 45 मिनट का सेशन लेने वाला युवा एक बार में 50 सिगरेट के कश के बराबर तंबाकू ले लेते हैं। उन्हें इसका पता भी नहीं चलता। फ्लेवर वाला हुक्का और भी ज्यादा खतरनाक है। क्योंकि फ्लेवर के चक्कर में युवा एक के बजाय दो से तीन सेशन तक ले लेते हैं। वहीं अगर इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट पर गौर किया जाए तो इसके दुष्प्रभाव को देखते हुए ही 2020 में इसे बैन कर दिया गया था। क्योंकि इसमें 95 प्रतिशत निकोटिन होता है। जबकि सामान्य सिगरेट में निकोटिन की मात्रा 1 से 2 प्रतिशत होती है।

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