Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • सिरमौर में 40 सड़कों को 2.80 करोड़ का नुकसान, बिजली बोर्ड को भी बड़ा झटका
    • किंकरी देवी के नाम पर संगडाह में प्रस्तावित पार्क का अधूरा निर्माण कार्य
    • नाहन अदालत परिसर को बम से उड़ने की धमकी
    • बिरोजा फैकट्री के नजदीक बरसाती नाले ने मचाया कहर
    • हाईकोर्ट के आदेशों की उड़ रही सरेआम धज्जियां एनएच 707 पर डायनामाइट से पहाड़ उड़ा कर
    • पुलिस थाना पुरुवाला ने सट्टा लगवाते युवक को रंगे हाथ पकड़ा
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Wednesday, July 9
    Himachal Varta
    Home»हिमाचल प्रदेश»शिमला»प्रदेश में पहली सितंबर तक भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है।
    शिमला

    प्रदेश में पहली सितंबर तक भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है।

    By Himachal VartaAugust 27, 2023
    Facebook WhatsApp

    शिमला ( हिमाचलवार्ता न्यूज़ )     मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अनुमान लगाया है कि प्रदेश में पहली सितंबर तक भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है। हालांकि इस दौरान प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश की हल्की बौछारें गिर सकती हैं, लेकिन भारी बारिश के कोई आसार नहीं है और 30 व 31 अगस्त को मौसम पूरी तरह से साफ रहेगा। इन दो दिनों में प्रदेश में धूप खिलने का पूर्वानुमान जताया गया है। वहीं हिमाचल में मानसून कब तक रहेगा, इस पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि एक सप्ताह के बाद इस बारे में स्पष्ट होगा कि मानसून हिमाचल को कब अलविदा कहेगा। इस बार मानसून ने हिमाचल प्रदेश को गहरे जख्म दिए हैं।प्रदेश में भारी बारिश के कारण तबाही का मंजर देखने को मिला है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में मानसून के दौरान हुई दुर्घटनाओं में कुल 376 लोगों की मौत हुई है। इनमें से 141 मौतें केंद्र सरकार की ओर से अधिसूचित आपदाओं में हुई हैं। इनमें भू-स्खलन, बाढ़ व बादल फटने की घटनाएं शामिल हैं। 235 मौतें राज्य सरकार की ओर से अधिसूचित आपदाओं में हुई हैं। इनमें सडक़ हादसे, आग लगने की घटनाएं, डूबने की घटनाएं, बाढ़, बादल फटने समेत कई अन्य दुर्घटनाएं शामिल हैं। इसके अलावा 349 लोग घायल हैं और 40 लोग लापता हैं। इस बीच बारिश और बाढ़ के बाद भी प्रदेश में हालात अभी सुधरे नहीं हैं। सबसे बड़ी चुनौती कुल्लू जिला के लिए मुख्य मार्ग बहाली रही है। शनिवार को चंडीगढ़ मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर 12 अगस्त मंडी पंडोह के बीच बंद हुए एनएच पर 14 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद प्रशासन व एनएचएआई ने सिंगल लेन टै्रफिक बहाल कर दिया है। शनिवार को देर शाम 14 दिनों के लंबे अंतराल के बाद आंशिक रूप से मार्ग को बहाल किया जा सका। वहीं इससे पहले पांच दिनों बाद पंडोह डैम के पास कैंची मोड़ पर अस्थाई मार्ग को यातायात के लिए बहाल किया गया, जिसके बाद कुल्लू की तरफ से छोटे सैकड़ों वाहनों को पंडोह से चैलचौक होकर निकाला गया। एक और मुख्य वैकल्पिक मार्ग मंडी-कटौला भी बंद है और कुल्लू व लाहुल-स्पीति में आवश्यक वस्तुओं की कमी महसूस होने लगी है। पेट्रोल-डीजल बड़ी मुश्किल से मिल रहा है। उधर, नालागढ़ की रामशहर तहसील के तीन गांव लगातार धंस रहे हैं। यहां जमीन के साथ-साथ ज्यादातर घरों में दरारें आ चुकीं हैं।

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • सिरमौर में 40 सड़कों को 2.80 करोड़ का नुकसान, बिजली बोर्ड को भी बड़ा झटका
    • किंकरी देवी के नाम पर संगडाह में प्रस्तावित पार्क का अधूरा निर्माण कार्य
    • नाहन अदालत परिसर को बम से उड़ने की धमकी
    • बिरोजा फैकट्री के नजदीक बरसाती नाले ने मचाया कहर
    • हाईकोर्ट के आदेशों की उड़ रही सरेआम धज्जियां एनएच 707 पर डायनामाइट से पहाड़ उड़ा कर
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.