सोलन ( हिमाचलवार्ता न्यूज़ ) शिमला-बिलासपुर फोरलेन की जद में आ रहे प्रभावितों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसमें सबसे अधिक मुआवजा लेने वाले प्रभावित को 1.25 करोड़ रुपये तक मिलेंगे। वहीं कुछ प्रभावित ऐसे भी हैं, जिन्हें मात्र 50 रुपये मुआवजा मिलेगा। बताया जा रहा है कि यह मुआवजा जमीन के भाव से दोगुना दिया जाएगा। यह मुआवजा 12 फीसदी ब्याज के साथ दिया जाएगा। मुआवजा तब से जारी किया जाएगा, जब से उनके भूमि अधिग्रहण को लेकर पहला नोटिस जारी किया गया था। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से अर्की के शालाघाट से नलाग तक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है।
अब प्रभावितों को अंतिम नोटिस जारी किए जा रहे हैं, जिसके तहत उन्हें भूमि के मालिकाना होने के दस्तावेज जमा करवाने के लिए कहा गया है। साथ ही उनसे बैंक खाता संख्या, आईएफएससी कोड, पैन कार्ड और आधार कार्ड की कॉपी मांगी गई है। दावा किया जा रहा है कि दीपावली से पहले सभी प्रभावितों के खाते में पैसा डाल दिया जाएगा।
बीते वर्ष जुलाई में हुई भी प्रक्रिया शुरू
अर्की क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण को लेकर बीते वर्ष जुलाई 2022 में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हुई थी। वहीं इस वर्ष मई तक का उन्हें ब्याज के साथ पैसा दिया जाएगा। कुल 10 माह का प्रभावितों को एनएचएआई की ओर से ब्याज दिया जाएगा। फिलहाल यह मुआवजा अभी जमीन का ही दिया जाएगा। उसके बाद मकान और तीसरे चरण में फलदार व अन्य पेड़ों का मुआवजा प्रभावितों को मिलेगा।
8,500 को मिलेगा मुआवजा
शिमला-बिलासपुर फोरलेन के अर्की सर्कल के बीच में करीब 8,500 प्रभावित फोरलेन की जद में आ रहे हैं। इसमें से अब तक 3,500 प्रभावितों राजस्व विभाग की ओर से नोटिस भिजवाने की प्रक्रिया पूरी कर दी है। बचे हुए प्रभावितों को भी एक इस माह के अंत तक नोटिस दे दिए जाएंगे।
अर्की क्षेत्र के प्रभावितों को भूमि अधिग्रहण नोटिस भेजे जा रहे हैं। प्रभावितों से आग्रह किया कि जल्द से जल्द अपने दस्तावेज जमा करवा दें, ताकि उन्हें इसका मुआवजा जारी किया जा सके। – रमन ठाकुर, तहसीलदार अर्की