नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज):– स्वच्छ यमुना, हरित यमुना, के लक्ष्य निमित “हरि यमुना सहयोग समिति” पांवटा साहिब में जीवन दाइनी “यमुना नदी” के संरक्षण, संवर्धन व जनजागरण की मुहीम शुरू की है। जिसके तहत आज कलश यात्रा और पालकी यात्रा निकाली गयी।इस मुहीम के तहत समिति यमुनोत्री धाम से प्रयागराज तक एवं पुनः प्रयागराज से यमुनोत्री तक 108 श्रीमद् भागवत कथाओं का आयोजन करने जा रही है।
यंगवार्ता न्यूज़ से बात करते हुए आईआईएम सिरमौर के प्रोफेसर व यमुना समिति के सदस्य ने बताया की श्रीमद् भागवत कथाओं के लिए यमुना नदी के दोनों तत्वों पर 108 स्थान चिन्हित किए गए हैं। हरि यमुना सहयोग समिति इस अनूठे प्रयास से देशभर के नागरिकों में यमुना के संरक्षण एवं संवर्धन का अलख जगाएगी। जिसमें यमुना को स्वच्छ करने की प्रेरणा देना, इसमें गंदगी जाने से रोकना, यमुना के किनारों पर पौधारोपण करना, इसके मुख्य उद्देश्यों में शामिल हैं।हरि यमुना सहयोग समिति के सदस्यों ने जानकारी दी कि इस मुहीम के तहत 8 मार्च 2024 को नारायणपुरी यमुनोत्री से प्रथम भागवत कथा का शुभारंभ हुआ है। अब तक यमुना नदी के किनारे 6 श्रीमद् भागवत कथाओं का आयोजन हो चुका है। हर स्थान पर कथाओं में भारी जन सैलाब उमड़ रहा है। लोग तन, मन, धन से श्रीमद भागवत कथाओं में भागीदारी दे रहे हैं।इसी क्रम में सातवीं श्रीमद् भागवत कथा देई जी साहिब मंदिर पांवटा साहिब में आज यानी 19 अप्रैल शुक्रवार से 25 अप्रैल गुरुवार तक आयोजित हो रही है।हरि यमुना सहयोग समिति ने क्षेत्र वासियों से आग्रह किया है कि कथा स्थल श्री देई जी साहिब मंदिर में प्रतिदिन दोपहर बाद 3:00 बजे से सांय 7:00 बजे तक पहुंच कर धार्मिक लाभ व यमुना जी पर्यावरण संरक्षण में भागीदारी सुनिश्चित करें। समिति के सदस्यों ने जानकारी दी कि 19 अप्रैल सुबह 10:00 बजे यमुना घाट पांवटा साहिब से कथा स्थल तक भब्य कलश यात्रा एवं यात्रा का आयोजन किया गया,यह पावन पालकी यमुनोत्री धाम से चलकर पांवटा साहिब पधारी । पालकी में यमुना जी के अष्टधातु की मूर्ति व कृष्ण जी का मनोहर मूर्ति बिराजमान रही ।