पांवटा साहिब ( हिमाचल वार्ता न्यूज)(एसपी जैरथ):– बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर माँ यमुना घाट पर बड़ी तादाद में विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु पहुंचे और यहां पर आस्था की डुबकी लगाई.दरअसल हिंदू धर्म में पूर्णिमा की तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है,बैशाख माह की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन को भगवान विष्णु के अवतार भगवान बुद्ध की जन्म तिथि माना जाता है।
इस वर्ष बुद्ध पूर्णिमा 23 मई गुरुवार कों मनाई गयी . बुद्ध पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान को बहुत शुभ माना जाता है। यमुना मंदिर के पुजारी बताते हैँ की स्नान और दान का महत्व और बढ़ गया है.मान्यता है कि इस दिन नदियों में स्नान करने और दान करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
वहीं मौके पर अयोध्या से पहुंचे अमन चौधरी बताते हैँ की इस दिन यमुना नदी में स्न्नान करना शुभ मना जाता हैं जिसका अलग महत्व हैं उन्होंने कहा की बड़ी संख्या में यहां पर स्नान करने के लिए श्रद्धालु पहुंचते है।
मंदिर के पुजारी बताते हैँ की यमुना को यमराज की बहन कहा जाता है आज के दिन मां यमुना नदी में स्नान करने से मनोकामना पूर्ण तो होती है लेकिन जो इस दान कर्ता हैं वो बहुत लाभकारी मना जाता हैं जिससे कामकाज में वृद्धि होती है।