पांवटा साहिब के भरली गांव निवासी १९ ग्रेनेडियर्स बटालियन के अन्तर्गत सेवारत शहीद आशीष कुमार ने ऑपरेशन अलर्ट में 27 अगस्त 2024 को अरूणाचल प्रदेश में देश के लिए अपने सर्वोच्च बलिदान दिया, तीसरे दिन 29 अगस्त को पांवटा साहिब के यमुना घाट पर शहीद की अंतिम यात्रा और संस्कार हुआ।
ज्ञात रहे कि शहीद आशीष कुमार की मुखाग्नि/अंतियोष्टि में पुलिस सम्मान गार्ड नदारद रही ,जबकि जिला सिरमौर के ही राजगढ़ में लगभग १५ दिन पहले शाहिद प्रवीण शर्मा की अंतिम यात्रा और पिछले वर्ष शिलाई में शहीद प्रमोद सिंह के अंतिम यात्रा तथा उससे पूर्व धारटीधार के ठक्कर गवाना गांव में शहीद प्रशांत ठाकुर, सेना मेडल की अंतिम यात्रा में भी पुलिस सम्मान गार्डन मौजूद थी।
वर्तमान में शहीद आशीष कुमार की मुखाग्नि/अंतियोष्टि में पूलिस सम्मान गार्ड नदारद रहने से गांव, समाज में तरह-तरह की भ्रांतियां और बातें उत्पन्न हुई है और सोशल मीडिया के माध्यम से आरोप प्रति आरोप का दौर भी जारी है जिससे कि शहीद के मान सम्मान, सेना और पुलिस की छवि धूमिल हुई है।
अब परिवारजनो, स्थानीय ग्राम वासियों और क्षेत्रवासियों के जहन में भी कई सवाल है। भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब और शिलाई क्षेत्र, सैनिकों तथा आश्रितों ने अपील अपील की है कि इस घटनाक्रम में हुए अचानक बड़े बदलाव के कारणों से समस्त सैनिकों तथा क्षेत्र वासियों को अवगत करावया जाए।