नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज) (एसपी जैरथ):- नाहन: जिला सिरमौर को जल्द पहले फोरलेन की सौगात मिलने जा रही है. कालाअंब-पांवटा साहिब फोरलेन 3 पैकेज में तैयार होगा। मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे से पैकेज तीन को 2024-25 के लिए एनुअल वर्किंग प्लान अप्रूवल मिल गई है।इसके निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। टेंडर होते ही इस पैकेज का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। विभाग ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है।
बता दें कि नेशनल हाईवे-07 पांवटा साहिब से कालाअंब तक 51 किलोमीटर लंबा है। इस हिस्से को ही फोरलेन में तब्दील किया जाएगा। इसमें पहला पैकेज हरियाणा-हिमाचल की सीमा पर कालाअंब से खजुरना पुल, दूसरा पैकेज खजुरना से धौलाकुआं और तीसरे पैकेज में धौलाकुआं से बातापुल तक का हिस्सा शामिल है।
पहले चरण में पैकेज-3 के तहत धौलाकुआं से बाता पुल तक 14.300 किलोमीटर की सड़क को फोरलेन बनाया जाएगा और इसी पैकेज-3 की संबंधित मिनिस्ट्री से एनुअल वर्किंग प्लान अप्रूवल मिली है। पैकेज-3 के निर्माण के बाद पैकेज-1 में 18.300 और पैकेज-2 में 18.400 किलोमीटर का निर्माण प्रस्तावित है। अलबत्ता तीनों पैकेज में 51 किलोमीटर का यह फोरलेन जब बनकर तैयार हो जाएगा, तो इस पर सफर वर्तमान नेशनल हाइवे के मुकाबले और अधिक सुहावना होगा। इससे उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, शिमला आने-जाने वाले लोगों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
पैकेज 3 को ही पहले क्यों मिली मंजूरी अब आपके जहन में सवाल उठ रहे होंगे कि आखिर पैकेज तीन को ही सबसे पहले मंजूरी क्यों मिली, तो इसके पीछे सबसे बड़ा कारण ये है कि एक तो नेशनल हाइवे अथॉरिटी के पास 70 से 80 प्रतिशत भूमि पहले से ही है। यहां महज करीब 20 से 30 प्रतिशत भूमि का ही अधिग्रहण किया जाना है। दूसरा 2 अन्यों पैकेजों के मुकाबले धौलाकुआं से बातापुल तक वर्तमान नेशनल हाइवे पूरी तरह से समतल एरिया है। जबकि, कालाअंब से खजुरना और खजुरना से धौलाकुआं तक का अधिकतर हिस्सा पहाड़ी इलाका है और यहां कई हिस्सों में तीसरे पैकेज के मुकाबले अधिग्रहण भी अधिक होगा।एसडीओ एनएच नाहन मंडल नीतिश शर्मा ने बताया कि कुल 51 किलोमीटर का यह फोरलेन बनना है। इस फोरलेन की चौड़ाई 30 से 40 मीटर होगी। औसतन यह फोरलेन 100 फीट चौड़ा बनेगा। कुछ स्थानों पर इसकी चौड़ाई 120 फीट तक होगी। प्रस्तावित फोरलेन का निर्माण कार्य 3 पैकेज में होगा। इसकी एनुअल वर्किंग प्लान अप्रूवल मिल गई है। कुछ ही दिनों में इसका टेंडर होगा। भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू कर दिया गया है। सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं।