नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज़) ( एसपी जैरथ)सिरमौर जिले की ग्राम पंचायत अमरकोट के बेड़े वाला गांव में नशे के कारोबार के कारण स्थानीय महिलाओं की समस्याएं बढ़ गई हैं। महिलाएं लगातार इस समस्या को लेकर अधिकारियों से मदद की गुहार लगा रही हैं, लेकिन नशे का कारोबार अब भी गांव में धड़ल्ले से जारी है।
महिलाओं की संघर्ष की आवाज़
स्थानीय महिलाओं का कहना है कि नशे के कारण उनके परिवारों में टूट-फूट और हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं। महिलाएं चाहती हैं कि प्रशासन तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे ताकि उनके परिवारों को इस बुराई से राहत मिल सके।प्र
प्रशासन की कोशिशें, लेकिन नशे का कारोबार जारी
नशे के खिलाफ प्रशासन की ओर से कई बार प्रयास किए गए हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। सिविल सप्लाई कॉरपोरेशन की निदेशक नसीबा बेगम ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद भी गांव में टीम भेजी गई थी, लेकिन इसके बावजूद नशे का कारोबार रात-भर जारी है।
नशे की आपूर्ति और उसकी बढ़ती समस्या
स्थानीय महिलाएं यह भी कहती हैं कि नशा रात के 2 बजे से लेकर सुबह तक आसानी से उपलब्ध होता है। नशे की तस्करी बच्चों को भी अपनी गिरफ्त में ले रही है, जिससे भविष्य को लेकर चिंताएं और भी गहरी हो गई हैं।
नशे की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाने की मांग
बेड़े वाला गांव की महिलाएं नशे के कारोबार की रोकथाम के लिए सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की मांग कर रही हैं। उनका कहना है कि अगर इस समस्या पर कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती, तो उनका गांव और समुदाय इससे पूरी तरह प्रभावित हो जाएगा।