नाहन( हिमाचल वार्ता न्यूज़) (एसपी जैरथ):– स्वास्थ्य केंद्रों का चयन किया है। इस पहल का उद्देश्य जिले की महिलाओं को इस गंभीर बीमारी से बचाने के लिए जागरूकता फैलाना और समय पर जांच कराना है।
सर्विक्स कैंसर: महिलाओं के बीच एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अजय पाठक ने बताया कि सर्विक्स कैंसर महिलाओं में होने वाला एक प्रमुख कैंसर है, जो हर 1 लाख की आबादी में 15 से 18 महिलाओं को प्रभावित करता है। यह कैंसर सामान्यत: शुरुआती अवस्था में पहचान में नहीं आता, लेकिन यदि समय पर पहचान हो जाए तो इलाज संभव है।
जिले में एनएचएम (नेशनल हेल्थ मिशन) और ममता हेल्थ इंस्टिट्यूट के सहयोग से एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है, जिसके तहत कैंसर स्क्रीनिंग के लिए छ स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और 24 सब सेंटर्स को चुना गया है। इन केंद्रों में आयोजित होने वाले स्वास्थ्य जांच शिविरों में महिलाओं को बुलाया जाएगा। इस अभियान में आशा वर्कर्स लोगों को जागरूक करेंगी और उन्हें इन शिविरों में भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगी।
लक्ष्य: 24,000 महिलाओं की स्क्रीनिंग
स्वास्थ्य विभाग ने 30 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग की महिलाओं की स्क्रीनिंग करने का लक्ष्य रखा है, और कुल 24,000 महिलाओं का कवर करने का उद्देश्य रखा गया है। डॉक्टर अजय पाठक ने कहा कि विभाग का उद्देश्य यह है कि यदि किसी महिला में कैंसर के शुरुआती लक्षण मिलते हैं, तो उसे तुरंत इलाज दिया जा सके ताकि बीमारी को पूरी तरह से उपचारित किया जा सके।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना और उन्हें समय पर जांच कराना है। यदि कैंसर का प्रारंभिक चरण में पता लग जाए, तो इसका इलाज संभव है और महिलाएं अपनी सामान्य जीवनशैली को बिना किसी परेशानी के जी सकती हैं।
सर्विक्स कैंसर की पहचान और उसका समय पर इलाज महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह पहल न केवल महिलाओं के लिए सुरक्षा का एक कदम है, बल्कि उनके स्वास्थ्य के प्रति समाज और सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।