शिमला (हिमाचलवार्ता)। गत दिवस मंत्री मंडल की बैठक में लिये गये नीतिगत फैसले इस प्रकार हैं-भारत सरकार के बार बार अनुरोध करने के कारण, कई वर्गों की माँग व सभी आर्थिक गतिविधियो को निर्विघ्न रूप से चलाने हेतू प्रदेश सरकार ने वर्तमान e registration प्रक्रिया को तुरन्त प्रभाव से बन्द करने का निर्णय लिया है ताकि प्रदेश में प्रवेश भारत सरकार के दिशाअनुरुप बाधा मुक्त हो सके। उम्मीद है इस से प्रदेश में हर आर्थिक गतिविधि को बढावा मिलेगा।
दूसरा फैसले में ICMR व भारत सरकार द्वारा निर्धारित COVID 19 मरीजों की Discharge policy हर राज्य द्वारा follow की जा रही है किन्तु हमारे राज्य में इस में विभिन्ता यह थी कि हम 10 दिन बाद मरीजों को टेस्ट करने के बाद ही Discharge कर रहे थे।क्योंकि covid positive मरीज 10 दिन बाद अगर निर्देशों के अनुरूप asymptomatic हो तो उस का टेस्ट करने की जरूरत नही होती और उसे 7 दिन के लिये HQ में भेजना चाहिए ओर वह रोगी इस अवधि के बाद non infective होता है यानि वह दूसरों को इन्फेक्शन नहीं फैला सकता। इसलिए ICMR द्वारा निर्धारित नीति प्रदेश में भी अपनायी जाएगी।
तीसरा फैसले में प्रदेश सरकार ने मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनज़र CSIR के माध्यम से 5 स्थानों पर make shift अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है ये अस्पताल Shimla, Tanda, Nalagarh, Una व Nahan में बनेगें।शुरु में यह अस्पताल 50 बिस्तर वाले होंगे व सभी सुविधायों से सुसज्जित होँगे व severe व moderate मरीजों के प्रबंधन में सहायक सिद्घ होंगें।
चौथे फैसले में प्रदेश सरकार ने नर्सिंग college से सम्बंधित नयी निति का अनुमोदन भी किया है इस के अनुसार मुख्यतः प्रदेश में नये नर्सिंग कॉलेज तभी खोले जाएंगे अगर उस संस्थान का अपना कम से कम 100 bedded अस्पताल हो।भारत सरकार के आदेशों के अनुरूप GNM course को 2021-22 के session से बन्द किया जायेगा और पुराने संस्थानो को इस course को Bsc नर्सिंग में बदलने के लिये आवेदन करना होगा।ऐसे संस्थानो को खोलने के लिये पात्रता में भी कुछ बदलाव किये गये हैं।मौजूदा colleges को अलग-अलग courses के लिये सीटों की बृद्धि आदि का सशर्त अनुमोदन किया जाएगा व M. Sc (नर्सिंग course ) के इलावा किसी और course के लिये किसी भी मौजूदा college को सरकारी अस्पताल के साथ fresh attachment नहीं दी जाएगी हालांकि पहले दी गई attachment यथावत रहेगी।