Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • हाईकोर्ट के आदेशों की उड़ रही सरेआम धज्जियां एनएच 707 पर डायनामाइट से पहाड़ उड़ा कर
    • पुलिस थाना पुरुवाला ने सट्टा लगवाते युवक को रंगे हाथ पकड़ा
    • रेणुका में भाजपा को बडे झटके के साथ 05 परिवार कांग्रेस में शामिल
    • मेरा युवा भारत” ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को किया याद
    • पांवटा साहिब में नकली दवाओं की आपूर्ति करने वाले रैकेट का भंडाफोड़
    • आसमान में इंद्र और धरती पर सुखविंदर सकहर ढा रहे हैं हिमाचल में – मेला राम शर्मा।
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Tuesday, July 8
    Himachal Varta
    Home»चण्डीगढ़»मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के खि़लाफ़ दर्ज केस वापस लेने का ऐलान, धारा 144 का उल्लंघन का कोई नया केस दर्ज नहीं होगा
    चण्डीगढ़

    मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के खि़लाफ़ दर्ज केस वापस लेने का ऐलान, धारा 144 का उल्लंघन का कोई नया केस दर्ज नहीं होगा

    By Himachal VartaSeptember 17, 2020
    Facebook WhatsApp

    किसानों को ट्रैफिक़ जाम न करने की अपील, कृषि अध्यादेशों के विरुद्ध रोष प्रदर्शन दिल्ली तक ले जाने की भी अपील की

    चंडीगढ़ (हिमाचलवार्ता)। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बुधवार को किसानों से अपील की कि कृषि बिलों के विरोध में किए जा रहे रोष प्रदर्शनों में ट्रैफिक़ जाम न किया जाए और न ही धारा 144 का उल्लंघन किया जाए। मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही यह स्पष्ट किया कि धारा 144 का उल्लंघन के मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया जाएगा, क्योंकि वह अपनी जि़ंदगी और रोज़ी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

    पंजाब कांग्रेस द्वारा कृषि विरोधी बिलों के खि़लाफ़ पंजाब के राज्यपाल को माँग पत्र देने के बाद राज भवन के बाहर पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन प्रदर्शनकारी किसानों के खि़लाफ़ धारा 144 का उल्लंघन के पहले ही केस दर्ज हो चुके हैं, वह वापस लिए जाएंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि किसान इसलिए कानून का उल्लंघन कर रहे हैं क्योंकि यह अध्यादेश उनके और उनके परिवारों को बर्बाद कर देंगे।

    मुख्यमंत्री ने यह बात ज़ोर देकर कही कि राज्य कांग्रेस और राज्य सरकार किसानों के साथ है। उन्होंने कहा कि केंद्र के कानून पंजाब और कृषि को तबाह कर देंगे, जो आर्थिकता की रीढ़ की हड्डी है। उन्होंने कहा कि यह अध्यादेश न्युनतम समर्थन मूल्य के ख़ात्मे का रास्ता साफ करेंगे, जो पंजाब और समूचे देश के लिए बहुत घातक सिद्ध होंगे।

    कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने किसानों से अपील की कि वह अपने रोष प्रदर्शनों को दिल्ली केंद्र सरकार की द्वार तक लेकर जाएँ और कांग्रेस पार्टी उनको विश्वास दिलाती है कि इस संघर्ष में वह उनके साथ हैं।

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • हाईकोर्ट के आदेशों की उड़ रही सरेआम धज्जियां एनएच 707 पर डायनामाइट से पहाड़ उड़ा कर
    • पुलिस थाना पुरुवाला ने सट्टा लगवाते युवक को रंगे हाथ पकड़ा
    • रेणुका में भाजपा को बडे झटके के साथ 05 परिवार कांग्रेस में शामिल
    • मेरा युवा भारत” ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को किया याद
    • पांवटा साहिब में नकली दवाओं की आपूर्ति करने वाले रैकेट का भंडाफोड़
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.