नाहन ( हिमाचल वार्ता) । पांवटा साहिब सिविल अस्पताल के बाहर आशा कार्यकर्ताओं ने एकत्रित होकर पांवटा एसडीएम ओर बीएमओ को अपनी सुरक्षा और मानदेय हेतु लिखित ज्ञापन सौंपा।इंटक के यूनियन जिला अध्यक्ष सुभाष शर्मा ने कहा कि महीने का जो प्रतिदिन मानदेय आशा वर्करों को मिलता था जो कि रुक गया है ,उसको फिर से आशा वर्करों के हित के लिये दे दिया जाए,तथा जनरल प्रसव जांच के पहले 600 रुपए दिए जाते थे, लेकिन सरकार ने वह भी बंद कर दी।
साथ ही 26 जनवरी 2020 को सीएम जयराम ठाकुर ने प्रोत्साहन राशि 500 अतिरिक्त देने की घोषणा भी की थी लेकिन यह सिर्फ नाममात्र घोषणा बनकर ही रह गई है सरकार द्वारा कोई भी नोटिफिकेशन जारी नही हुई है। मौके पर मौजूद सिविल अस्पताल आशा वर्कर पूनम का कहना है कि हिम सुरक्षा अभियान के तहत सभी आशा कार्यक्ताओं को न्यूनतम वेतन 275 रुपए दिया जाए।
वहीं बिंदु आशा वर्कर का कहना है कि कोविड 19 के दौरान सरकार ने जून माह में 1000 रुपए एवं जुलाई और अगस्त माह में 2000 रुपए दिया,लेकिन सरकार ने इस मानदेय को सितम्बर माह से ही बंद कर दिया है। साथ ही आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि कोविड 19 के दौरान आशा कार्यकर्ताओं का 20 लाख का बीमा बनाये जाए,और सरकार द्वारा कोई ठोस नीति बनाये जाए ताकि आने वाले समय मे आशा कार्यकर्ताओं का रेगुलर होने का रास्ता भी बन सके।
उनकी मांग है कि इन विपरीत परिस्थितियों में ही सरकार द्वारा हमारी समस्या का समाधान हो सके। मौके पर सिविल अस्पताल इंटक जिला अध्यक्ष संग समस्त आशा कार्यकर्ताओं ने एसडीएम और बीएमओ पांवटा साहिब के माध्यम से सीएम को ज्ञापन सौंपा है।