नाहन (हिमाचलवार्ता)। पांवटा साहिब के हिमाचल-उत्तराखंड सीमा के बीच कलकल बहती यमुना नदी के बीचों बीच लिखे गए नो फार्मर नो फूड आकर्षण का केन्द्र बन गया है।
बता दे कि कुछ युवाओं द्वारा “किसानों का समर्थन” करते हुए केंद्र सरकार के तीन कानूनों का विरोध एक अनोखे अंदाज में किया गया हैं। युवाओं द्वारा बनाया गया यह स्क्रेच कह रहा है किसानों के समर्थन में हम भी हैं।
यमुना के पत्थरों से लिखा गया यह संदेश स्थानीय व बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को खूब भा रहा हैं। यहां पहुंचकर हर एक व्यक्ति इस को अपने मोबाइल के कैमरा में कैद कर लेता हैं।
इस बारे में फाइट फ़ॉर फार्मर राइट कमेटी सयोजक अनिंदर सिंह नॉटी ने कहा कि केन्द्र सरकार की हठधर्मिता के कारण आज देश का किसान सड़को पर हैं।
सरकार की किसान विरोधी नीतियों का पूरा देश विरोध प्रकट कर रहा हैं। लेकिन केन्द्र की तानाशाह सरकार किसानों के खिलाफ ही मुकदमें दर्ज कर जेलों में डाल रही है।
वहीं मोके पर मौजूद स्थानीय युवा अजयबीर सिंह, हैपी सिंह, प्रीत सिंह, ललित सिंह, गुरप्रीत सिंह, टकसाली अमरीक सिंह, जस्सी सैनी, अमित सिंह, अनुज कर्णवाल, पुनीत सिंह, सौरव कुलवंत सिंघ, नवजोत सिंह, कुलविंदर सिंह कुलस व डोईवाला से विशेष तौर पर जसबीर सिंह फतेहपुर, जसप्रीत सिंघ, अनमोल सिंह ने बताया कि देश का हर युवा किसानों के साथ खड़ा है।