Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • राष्ट्र रक्षा के लिए कालिस्थान‌ मंदिर में डा बिंदल‌‌ द्वारा यज्ञ का आयोजन
    • आतंक के खिलाफ लंबी लड़ाई, एकता ही बड़ा हथियार: मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक
    • आदर्श अस्पताल संगड़ाह पर करोड़ों खर्च के बाद भी डॉक्टर और सुविधाओं का टोटा
    • केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया कि खाद्यान्न संकट जैसी कोई स्थिति नहीं : उपायुक्त
    • मातृ दिवस पर करियर अकादमी स्कूल में आयोजित हुए कार्यक्रम
    • चरस तस्कर को दस साल का कठोर कारावास व एक लाख रुपए जुर्माना की सजा
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Saturday, May 10
    Himachal Varta
    Home»पंजाब»सिविल सर्जन अस्पतालों में पर्यावरण सम्बन्धी कानूनों के पालन को यकीनी बनाएं: बलबीर सिंह सिद्धू
    पंजाब

    सिविल सर्जन अस्पतालों में पर्यावरण सम्बन्धी कानूनों के पालन को यकीनी बनाएं: बलबीर सिंह सिद्धू

    By Himachal VartaFebruary 21, 2020
    Facebook WhatsApp

    ऐफूलैंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाने सम्बन्धी गतिविधियों के लिए सिविल सर्जनों को रूप रेखा तैयार करके पेश करने के निर्देश
    अस्पतालों में पानी की बर्बादी को रोकने के लिए वॉटर मीटर लगाए जाएंगे
    कार्यालयों में कागज़ों की बर्बादी को घटाने सम्बन्धी लिखने और प्रिंटिंग के लिए कागज़ के दोनों तरफ का प्रयोग किया जाए
    चंडीगढ़। राज्य के लोगों को स्वस्थ, रोग रहित और सुरक्षित वातावरण मुहैया करवाने के मद्देनजऱ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने सभी सिविल सर्जनों को वातावरण सम्बन्धी विभिन्न कानूनों के पालन को यकीनी बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इन स्वास्थ्य संस्थाओं (सरकारी या प्राईवेट) के इंचार्ज की ड्यूटी बनती है कि वह हर तरह के अवशेष का वैज्ञानिक ढंग से निपटारा करें।
    इस बारे जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं को 30 जून, 2020 तक ईटीपी (ऐफलूऐंट ट्रीटमेंट प्लांट) स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में ऐफलूऐंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाने सम्बन्धी गतिविधियों के लिए सिविल सर्जनों को पीईआरटी (प्रोग्राम ईवैलूएशन एंड रिव्यू टैकनीक्स) जमा करवाने के निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि अस्पतालों में पानी की बर्बादी को रोकने के लिए जल्द ही वॉटर मीटर भी लगाए जाएंगे।
    स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकारी और प्राईवेट अस्पतालों की कानूनी जि़म्मेदारी बनती है कि वह इस्तेमाल किए गए पानी और हर तरह के बायोमैडीकल अवशेष का उचित और वैज्ञानिक ढंग के साथ निपटारे को यकीनी बनाएं ताकि मनुष्यों और वातावरण पर कोई बुरा प्रभाव न पड़े।
    कैबिनेट मंत्री ने आगे कहा कि ईटीपी लगाने सम्बन्धी सभी गतिविधियों को समयबद्ध ढंग से पूरा करने के लिए रूपरेखा बनायी जायेगी और सम्बन्धित सिविल सर्जन अपनी निगरानी में इन ईटीपी प्लांटों को स्थापित करना यकीनी बनाएं। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित विभाग से वातावरण सम्बन्धी ज़रूरी स्वीकृतियां प्राप्त करनी होंगी और ऐसा न करने की सूरत में स्वास्थ्य संस्था के इंचार्ज के खि़लाफ़ कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। उन्होंने सिविल सर्जनों को 7 दिनों के अंदर-अंदर कार्यवाही रिपोर्ट जमा करवाने के निर्देश दिए हैं।
    स. सिद्धू ने कहा कि सीनियर मैडीकल अधिकारी यकीनी बनाएं कि संपूर्ण प्लास्टिक अवशेष को काटकर इसको कॉमन बायोमैडीकल वेस्ट ट्रीटमेंट फैसिलिटी को दें ताकि किसी भी तरीके से इसका ग़ैर कानूनी तौर पर पुन: प्रयोग न किया जा सके।
    कागज़ों के अधिक प्रयोग और कार्यालयों में कागज़ों की बर्बादी को घटाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने डायरैक्टर स्वास्थ्य सेवाएं को सभी सरकारी अस्पतालों को कागज़ के दोनों तरफ का प्रयोग करने की हिदायत जारी करने के लिए भी कहा।

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • राष्ट्र रक्षा के लिए कालिस्थान‌ मंदिर में डा बिंदल‌‌ द्वारा यज्ञ का आयोजन
    • आतंक के खिलाफ लंबी लड़ाई, एकता ही बड़ा हथियार: मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक
    • आदर्श अस्पताल संगड़ाह पर करोड़ों खर्च के बाद भी डॉक्टर और सुविधाओं का टोटा
    • केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया कि खाद्यान्न संकट जैसी कोई स्थिति नहीं : उपायुक्त
    • मातृ दिवस पर करियर अकादमी स्कूल में आयोजित हुए कार्यक्रम
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.