सहकारिता मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिये बटाला सहकारी चीनी मिल से किसानों को बीज मुहैया करवाने की की शुरूआत
गन्ना सर्वेयरों को किसानों की मुश्किलें मोबाइल फ़ोन पर ऑनलाइन हल करने के लिए हिदायतें जारी-अमरीक सिंह आलीवाल
चंडीगढ़। सहकारिता मंत्री स. सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने कहा कि राज्य की सहकारी चीनी मिलों द्वारा गन्ना किसानों को और ज्य़ादा फसल देने वाली बढिय़ा किस्मों के शुद्ध बीज मुफ़्त दिए जाएंगे। यह बात उन्होंने आज बटाला सहकारी चीनी मिल में गन्ने के और ज्य़ादा पैदावार वाली किस्मों के शुद्ध बीज के पौधे गन्ना किसानों को बाँटने की शुरुआत वीडियो कॉन्फ्रेंस के द्वारा करते हुए कही।
स. रंधावा ने कहा कि कोविड -19 महामारी के कृषि और किसानों पर पड़ रहे आर्थिक प्रभाव को कम करने और गन्ना किसानों की सुविधा के लिए पंजाब सहकारी चीनी मिलों द्वारा अच्छी किस्मों के गन्ने की बीज की पनीरी तैयार करके गन्ना किसानों को बिना किसी कीमत के दी जानी शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि पिछले साल गुरदासपुर, अजनाला और बटाला क्षेत्र में गन्ना किसानों द्वारा बीजी जा रही किस्म सी.ओ.-0238 का डी.एन.ए. टेस्ट आई.सी.ए.आर. कोयम्बटूर से करवाया गया था, जिसमें गन्ना किसानों द्वारा बीजी गई फ़सल का बीज मिक्स पाया गया और यह सी.ओ.-0238 का शुद्ध बीज नहीं था। इसको देखते हुए उनकी तरफ से शूगरफैड को सहकारी चीनी मिलों के क्षेत्र में पड़ते गन्ना किसानों को शुद्ध बीज मुहैया करवाने के लिए राज्य की 9 सहकारी चीनी मिलों के अधिकार क्षेत्र में पड़ते इलाकों के लिए तीन साल का बीज विकास प्रोग्राम तैयार किया गया है। अधिक पैदावार और चीनी की अधिक मात्रा वाली किस्मों के बीज आई.सी.ए.आर. कोयम्बटूर के क्षेत्रीय केंद्र करनाल और पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी लुधियाना के कपूरथला केंद्र के सहयोग से तैयार किए जा रहे हैं।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि बीज विकास प्रोग्राम के अंतर्गत बढिय़ा किस्मों के बीज मुहैया करवा कर गन्ना किसानों की आमदन में आने वाले 2-3 सालों के दौरान डेढ़ गुणा तक विस्तार करने का लक्ष्य निश्चित किया गया है। इसी प्रोग्राम के अंतर्गत कलानौर में गन्ना विकास एवं अनुसंधान केंद्र की स्थापना की जा रही है, जिसमें गन्ने की उच्च क्वालिटी की किस्मों के बीज तैयार करने के अलावा गन्ना किसानों को गन्ने की खेती सम्बन्धी और ज्य़ादा फसल लेने के लिए आधुनिक तकनीकों संबंधी भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
शूगरफैड के चेयरमैन स. अमरीक सिंह आलीवाल ने बताया कि कोविड -19 महामारी के पड़ रहे बुरे प्रभाव के दौरान जमीनदारों को तुरंत राहत देने के लिए राज्य सरकार द्वारा 50 करोड़ रुपए गन्ने की बकाया रकम जारी की गई है। इसके अलावा 2019-20 की बनती इन्वेस्टमैंट चीनी सस्ते रेट पर सभी सहकारी चीनी मिलों द्वारा बाँटी जा रही है। सहकारी चीनी मिलों के गन्ना सर्वेयरों को गन्ना किसानों की मुश्किलें मोबाइल फ़ोन पर ऑनलाइन हल करने के लिए हिदायतें दी गई हैं।
शूगरफैड के एम.डी. श्री पुनीत गोयल ने बताया कि अब तक लगभग 1700 क्विंटल गन्ने की अच्छी किस्मों का बीज करनाल और कपूरथला के किसानों को मुहैया करवाया जा चुका है। टिशू कल्चर के 3.15 लाख रोग रहित पौधे सीड नर्सरी तैयार करने के लिए और अच्छी किस्मों के 11 लाख पौधे मिल स्तर पर सीड सैंपलिंग विधि के द्वारा तैयार की गई पनीरी किसानों को मुहैया करवाई जा रही है, जिसकी बिजाई जमीनदारों द्वारा गेहूँ की फ़सल काटने के उपरांत तैयार किये जाने वाले खेतों में की जानी है।
गन्ना किसानों को शुद्ध किस्मों के बीज के पौधों की पनीरी बाँटने की शुरुआत बटाला सहकारी चीनी मिल के जनरल मैनेजर डॉ. एस.पी. सिंह, अजनाला मिल के जनरल मैनेजर श्री शिवराज सिंह धालीवाल, गुरदासपुर मिल के जनरल मैनेजर श्री दलजीत सिंह, सी.सी.डी.ओ. गुरदासपुर श्री अरविन्द पाल सिंह कैरों और सी.सी.डी.ओ. बटाला श्री हंसप्रीत सिंह सोही द्वारा की गई।