
नाहन। मनुष्य की कोई भी कला उनके पद और गरिमा को चार चांद लगाती है। ऐसा ही उदाहरण सोमवार को पेश आया जब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिरमौर के सुरक्षा अधिकारी दीप शर्मा टिंबी के समीप अपने घर जिमपवाड़ में भतीजी की शादी के लिए नगाल की लकड़ी से टोकरियां बुन रहे थे। दीप शर्मा कहना है कि टोकरियां, किल्टे इत्यादि बुनने का कार्य उनके द्वारा गांव के एक बुजुर्ग मांगूराम से सीखा है। जब यह बुजुर्ग उनके घर टोकरियां बुनने इत्यादि के कार्य से आते थे तो वह खुशी से उनके साथ बुनने के कार्य में हाथ बंटाते थे। उन्होंने बताया कि टोकरियां बुनना, खेत में हल चलाना, घास काटना इत्यादि घरेलु कार्य करना उनका बचपन से ही शौक रहा है। और जब भी इनको मौका मिलता है घर में आकर हर कार्य में हाथ बंटाते हैं। इन्होंने बताया कि उनके घर पर आगामी 20 मई को भतीजी की शादी है जिसके लिए नगाल की टोकरियों की आवश्यकता रहती है और उनके क्षेत्र में विशेषकर शादियों में टोकरियों का प्रयोग पके हुए चावल की पीछ निकालने के लिए किया जाता है। जिससे चावल बहुत जायकेदार और स्वादिष्ट बनते हैं।
बता दें कि अतीत में गांव में बांस अथवा नगाल की टोकरियां, किल्टे, रोटियां रखने की छाबड़ी, छाज इत्यादि का कार्य विशेष वर्ग द्वारा किया जाता था। जिसमें किल्टों को प्रयोग विशेषकर गोबर उठाने के लिए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भी किया जाता है। जबकि टोकरियां का उपयोग शादी विवाह इत्यादि मांगलिक कार्यों के दौरान चावल पकाने के दौरान किया जाता है। दीप शर्मा जहां एक कर्तव्यनिष्ठ व ईमानदार पुलिस कर्मचारी है वहीं पर गांव में एक प्रगतिशील किसान भी है। इनके सबसे बड़े भाई उद्यान प्रसार अधिकारी और दूसरे भाई अध्यापक के पर तैनात है। दीप शर्मा अपनी हर क्षेत्र में कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता को देते हैं।