लॉकडाउन के बीच पशुपालन विभाग भी कार्य कर रहा है
जहां पशुपालकों को सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं, वहीं विभाग बेसहारा पशुओं का भी सहारा बन रहा है
नाहन। कोरोना वायरस के रोकथाम को लेकर देशभर में लॉकडाउन लगाया गया है। वहीं, प्रदेशभर में कोविड-19 सो बचाव को लेकर कर्फ्यू लागू है, ऐसे में पशुपालकों को सुविधाएं मुहैया करवाने के साथ-साथ बेसहारा पशुओं के लिए भी खाने-पीने के इंतजाम किए गए हैं।
लॉकडाउन के दौरान जिला में पशुपालकों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए पशुपालन विभाग ने विशेष प्रबंध किए हुए हैं। जिला मुख्यालय नाहन में स्थित पॉली क्लिनिक सहित आपातकालीन सेवाओं के लिए सभी वेटरनरी डिस्पेंसरी का कार्य कर रही है।
पशुपालकों के लिए हेल्पलाइन भी बनाई गई है। इसके अलावा चौगान मैदान नाहन में एक स्टाल भी लगाया गया है, जहां पर पशुपालकों को परामर्श भी दिया जाता है। वहीं, नाहन शहर सहित अन्य क्षेत्रों में बेसहारा पशुधन सहित पक्षियों व आवारा कुत्तों के लिए पीने का पानी अनेक स्थानों पर उपलब्ध करवाया गया है, जिसके लिए विभाग ने बकायदा पानी के पात्र बना कर रखे हुए हैं।
साथ ही चारे व खाने का भी इंतजाम इन पशुओं के लिए किया गया है। पशुपालन विभाग जिला सिरमौर की सहायक उपनिदेशक प्रसार डॉ. नीरू शबनम ने बताया कि लॉकडाउन में भी विभाग द्वारा सेवाएं देने का कार्य किया जा रहा है, ताकि पशुपालकों को किसी भी तरह की कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े।
नाहन में पॉलीक्लिनिक सहित सभी वेटरनरी डिस्पेंसरी में आपातकालीन सेवाएं जारी है। जल्द ही अन्य सेवाएं भी शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा जो पशु पालक प्रदेश व जिला के अंदर से पशु चारा लाना चाहते हैं, उन्हें भी बकायदा पास बनाकर परमिशन दी जा रही है, लेकिन कोविड-19 के तहत तय नियमों के मुताबिक ही कार्य करना होगा।
डॉ. नीरू शबनम ने यह भी बताया कि टेक्निकल व प्रोफेशनल कार्य के अलावा विभाग द्वारा आवारा पशुओं व कुत्तों का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। बेसहारा पशुओं के लिए चिन्हित स्थानों पर पानी की व्यवस्था की गई है, जिनके चारे का भी ध्यान रखा जा रहा है, वहीं आवारा कुत्तों को भी दो समय फीडिंग पहुंचाई जा रही है, ताकि हमारा ऐसा पशुधन इस लॉक डाउन के दौरान सफर न करें।