चंडीगढ़। हरियाणा सरकार गत चार वर्षों के दौरान मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी (सीएमजीजीए) कार्यक्रम की अपार सफलता के बाद 21 जुलाई, 2020 से इस कार्यक्रम का पांचवां बैच शुरू करने के लिए तैयार है।
हरियाणा में युवा पेशेवरों को सरकार के साथ कार्य करने का अवसर प्रदान करने और सार्वजनिक सेवा वितरण में सुधार लाने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा वर्ष 2016 में इस कार्यक्रम की परिकल्पना की गई थी। गत चार वर्षों के दौरान 100 युवा पेशेवरों ने मुख्यमंत्री कार्यालय के साथ अंत्योदय सरल, सक्षम हरियाणा, हरियाणा रोडवेज और सीएम विंडो के माध्यम से शिकायत निवारण प्रबंधन सहित कुछ प्रमुख कार्यक्रमों को कार्यान्वित करने में सफलतापूर्वक कार्य किया है। नए बैच को राज्य में लिंगानुपात में सुधार, अंग दान एवं प्रत्यारोपण, एनीमिया निवारण के साथ-साथ ठोस कचरा प्रबंधन जैसी विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य करने का अवसर मिलेगा।
यह कार्यक्रम राज्य के प्रमुख कार्यक्रमों के सुचारू संचालन के साथ-साथ संबंधित उपायुक्तों के नेतृत्व में सीएमजीजीए द्वारा डिज़ाइन किए गए अभिनव पहलों के माध्यम से सुशासन की अवधारणा के साथ शुरू हुआ था। कार्य करने का यह मिश्रित दृष्टिकोण युवाओं के बीच बहुत सफल रहा और गत वर्ष 4,000 से अधिक युवाओं ने अपना पंजीकरण करवाया। औसतन, प्रत्येक दल में भारत के 10 से अधिक राज्यों के उम्मीदवार थे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री कार्यालय से सीएमजीजीए के कार्यक्रम निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि राज्य भर में नागरिक सेवा वितरण प्रणाली में दक्षता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए युवा पेशेवरों को सरकार के साथ मिलकर सीधे कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतू यह कार्यक्रम शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न विषम परिस्थितियों के बीच कार्यक्रम को जारी रखना और राज्य एवं जिला प्रशासन को हर संभव सहायता पहुंचाना आवश्यक हो गया है। अत: पांचवें बैच के लिए आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन शुरू की गई है और देशभर से आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। साक्षात्कार भी जून मास में ऑनलाइन आयोजित किए जाएंगे और चयनित उम्मीदवार 21 जुलाई, 2020 से कार्य शुरू कर देंगे।
उन्होंने कहा कि सीएमजीजीए के वर्तमान 2019-20 बैच ने खाद्य आपूर्ति, सरल पोर्टल पर मूवमेंट पास प्रबंधन, आश्रय गृहों में रखरखाव और सेवाएं, नागरिकों को मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने के लिए ऑनलाइन सोशल मीडिया प्रबंधन सुनिश्चित करके जिला प्रशासन को कोविड-19 संकट प्रबंधन में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की है। संकट की इस घड़ी में नागरिकों की मदद करने की जिला की रणनीति पर पूरा ध्यान देते हुए सीएमजीजीए का वर्तमान बैच जिला मुख्यालय से ही कार्य कर रहा है।
सीएमजीजीए कार्यक्रम क्या है?
सीएमजीजीए कार्यक्रम राज्य की प्राथमिकताओं पर कार्य करने और सुशासन को आगे बढ़ाने के लिए युवाओं की ऊर्जा, रचनात्मकता और कौशल का लाभ उठाने के लिए अशोका विश्वविद्यालय और हरियाणा सरकार के बीच वर्ष 2016 से की गई एक रणनीतिक सहभागिता है।
चयनित 25 उम्मीदवारों को हरियाणा के 22 जिलों में तैनात किया जाएगा, जो प्रणाली को कारगर बनाने और उत्पादकता बढ़ाने एवं नागरिक वितरण प्रणाली की मौजूदा संरचनाओं का सुधार करने के लिए अभिनव समाधान प्रदान करने के लिए सीधे उपायुक्त और प्रशासन के साथ मिलकर कार्य करेंगे।
आवेदकों को ऑनलाइन व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए सीएमजीजीए की आधिकारिक वेबसाइट पर 7 मई से उपलब्ध ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना होगा। 21 जुलाई, 2020 से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम के लिए अंतिम रूप से चयनित उम्मीदवारों के परिणाम जून मास के अंत में घोषित किए जाएंगे।
अशोका विश्वविद्यालय के सह-संस्थापक और ट्रस्टी श्री विनीत गुप्ता ने कहा कि फैलोशिप के लिए पिछले चार वर्षों से बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हो रहे हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा स्तर बढ़ रहा है। गहन चयन प्रक्रिया के बाद 25 आवेदक कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। गत चार वर्षों में कुल 100 सहयोगियों ने हरियाणा में अनेक क्षेत्रों पर अपना गहरा प्रभाव डाला है।