प्रदेश पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों को अभी तक नहीं मिला वेतन
नाहन। एक तो कोरोना की मार ऊपर से हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों को बगैर वेतन के ही अपनी सेवाएं देने पर मजबूर होना पड़ रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार महीना बीते 6 दिन हो चुके हैं मगर अभी तक एचआरटीसी के किसी भी कर्मचारी को वेतन नहीं मिल पाया है। वेतन ना मिल पाने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी चालकों और परिचालकों को उठानी पड़ रही है। इन कर्मचारियों का कहना है कि तनख्वाह ना मिल पाने के कारण ना तो वह मकान का किराया दे पा रहे हैं और ना ही दुकानदार राशन दे रहे है। यही नहीं बिजली पानी आदि के बिल भी पेंडिंग पड़ गए हैं। इस बाबत जानकारी देते हुए चालक परिचालक ऑपरेशन अल्ताफ संगठन जिला सिरमौर के उपाध्यक्ष कमलेश चंद्र प्रेमी ने कर्मचारियों की ओर से सरकार से जल्द से जल्द वेतन देने की मांग भी रखी है। कमलेश चंद का कहना है कि वे सरकार का आभार भी व्यक्त करते हैं कि उन्होंने लॉक डाउन के दौरान बगैर काम के तनख्वाह दी है। मगर अब वे ड्यूटी पर जा रहे हैं और सबसे बड़ी समस्या गंतव्य पर नाइट स्टे के दौरान आ रही है।
इनका कहना है कि पहले चालकों परिचालकों को गांव के लोग नाइट स्टॉपेज पर ठहरने और खाने की व्यवस्था करते थे। मगर अब कोरोना के खौफ के चलते खाना तो दूर की बात है कोई उन्हें पानी के लिए भी नहीं पूछ रहा है। कुछ चालको ने जानकारी देते हुए बताया कि कई बार उन्हें भूखे भी सोना पड़ता है। बस अड्डा इंचार्ज नाहन सुखराम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह नाइट स्टॉपेज पर उनके चालक व परिचालक के रहने वह खाने पीने की व्यवस्था जरूर करें।
संगठन के द्वारा सरकार से यह भी मांग की गई है कि जो वाशिंग मैन व दैनिक भोगी कर्मचारी हैं सरकार उनको जल्द नियमित करें। संगठन के जिला उपाध्यक्ष ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि यह कर्मचारी दस दस सालों से साडे ₹6000 मासिक वेतन पर काम कर रहे हैं। और इस बार तो वेतन ना मिल पाने के कारण इनको भूखे मरने की नौबत आ गई है। उपाध्यक्ष ने सरकार से मांग की है कि इन कर्मचारियों को जल्द नियमित किया जाए इसके साथ साथ कर्मचारियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए उनका वेतन भी जल्द दिलवाया जाए।
उधर, रीजनल मैनेजर नाहन डिपो राशिद शेख का कहना है कि अभी हेड ऑफिस से लिमिट ही नहीं आई है। फिलहाल तो किसी कर्मचारी को तनख्वाह नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि सरकार के सामने इस समय बड़ी समस्याएं हैं मगर जल्द ही कर्मचारियों का वेतन भी आने की संभावना है।