नाहन। वर्ष बीत जाने के पश्चात भी भारतवर्ष में अकेली हिमाचल सरकार ने अपने एशियन गेम्स पदक विजेताओं को अभी तक कोई सम्मान नहीं दिया है। वर्ष 2018 में इंडोनेशिया के जकाती में एशियाई खेलों का आयोजन किया गया।
जिसमें हिमाचल के 11 खिलाडियों का चयन हुआ था, लेकिन सिर्फ चार कब्बडी खिलाडी ही पदक लेकर लौटे थे। इनमें कब्बडी टीम की भारत वर्ष की सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर ऋतू नेगी, प्रियंका नेगी व कविता ठाकुर थी।
जिन्होंने रजत पदक जीतकर देश व प्रदेश का मान बढ़ाया। इसी टीम की अन्य महिला खिलाडी मधु दिल्ली से थी। जिसे केजरीवाल सरकार ने 7500000, साक्षी कुमारी हरियाणा को भी केजरीवाल सरकार ने डेढ़ करोड़ तथा कर्नाटका से उषा रानी को वहां की सरकार ने 75 लाख तथा राजस्थान से शालिनी पाठक व मनप्रीत को 25-25 लाख देकर सम्मानित किया गया। जिसके सपूत भी समय आने पर प्रेषित किये जा सकते है।
मगर हिमाचल सरकार व खेल मंत्रालय खेलों को बढ़ावा देने के लिए बड़े-बड़े दावे करती है। जबकि वास्तविकता सबके सामने है। हिमाचल से गिने चुने खिलाडी ही है जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाते है।
उन्हें भी अभी तक उनकी उपलब्धि के हिसाब से इनाम राशि दी गयी है। ऋतू नेगी व कविता ठाकुर ने कई बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते है। उन्हें अभी तक सरकारी नौकरी का ऑफर तक नहीं दिया गया है।
चारों खिलाडियों ने आग्रह किया है कि हमारी इनामी राशि जो हिमाचल की खेल पॉलिसी में निर्धारित की गयी है। उसे दी जाये।