अब सिरमौर के किसान को धान बेचने नहीं जाना पड़ेगा दूसरे राज्यों में
नाहन। कृषि उपज मंडी जिला सिरमौर के चेयरमैन राजेश्वर शर्मा ने बताया कि 27 अगस्त को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मुख्य कृषि उपज मंडी पांवटा साहिब के नवीनीकरण के कार्य का ऑनलाइन शिलान्यास करने जा रहे हैं। नवीनीकरण का यह कार्य लगभग 3 करोड़ रूपए का होगा। इसके अलावा जिला सिरमौर में विभिन्न 8 उपमंडियां है, जिसमें अधिकतर विकास कार्य चल रहे हैं। एक करोड़ रूपए की लागत से घंडूरी में टैंडर होने के बाद उपमंडी बनाने के लिए कार्य शुरू हो चुका है।
इसी तरह नाहन की मंडी में 25 लाख रूपए से नवीनीकरण का कार्य समाप्ति की ओर है। ददाहू उपमंडी में भी नवीनीकरण का कार्य चल रहा है। कृषि उपज मंडी जिला सिरमौर के माध्यम से किसानों की सुविधाओं को मद्देनजर रखते हुए कई कार्य किए जा रहे हैं। चेयरमैन रामेश्वर शर्मा ने बताया कि इस वर्ष 23 हजार क्विंटल गेहूं एफसीआई के माध्यम से किसानों की खरीदी गई और 24 घंटे के भीतर राशि ऑनलाइन किसानों के खातों में डाली गई। कोरोना काल में किसानों को गेहूं से संबंधित किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी गई।
रामेश्वर शर्मा ने बताया कि गेहूं की तर्ज पर इस बार धान की जो बंपर पैदावार होगी, यहीं पर किसानों से खरीदी जाएगी। चेयरमैन रामेश्वर शर्मा ने बताया कि लहसून की जिला सिरमौर में सबसे अधिक पैदावार होती है। लहूसन की स्टोरेज केपेस्टिी बढ़ाने के लिए खैरी में लगभग 2 करोड़ रूपए की प्रपोजल स्टोर बनाने के लिए भेजी गई है, ताकि किसान बाहरी राज्यों में न जाकर खैरी में ही स्टोर कर सके और उचित समय पर वह मंडियों में बेच सके।
खैरी में तापमान लहसून के बिल्कुल अनुकूल है। प्रयास यह है कि लहसून जिला सिरमौर में ही स्टोर हो। रामेश्वर ठाकुर ने दावा किया कि इसके अलावा किसानों व बागवानों से संबंधित जितनी भी समस्याएं कृषि उपज मंडी प्रबंधन के पास आती है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए। कोरोना काल में भी सभी नियमों का पालन करते हुए किसानों की समस्याओं के समाधान हेतू पूरे प्रयास किए गए।