नाहन। हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा किसान उत्पादक संगठनों का गठन छोटे किसानों को लाभ प्रदान करने के लिए किया गया है। ताकि किसानों को लाभ मिल सके और वह अपने उत्पादों को सही दामों पर बेच सकें। किसान उत्पादक संगठनों का गठन बिचौलियों से किसानों को बचाने के लिए किया गया है।
यह बात नाहन में किसान उत्पादक संगठनों की समीक्षा बैठक में डॉ. एस. के के मिश्रा, महाप्रबंधक नाबार्ड हिमाचल प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय ने कही । इस बैठक में जिला सिरमौर के 13 उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। दो दिवसीय दौरे के दौरान डॉ मिश्रा ने जलवायु परिवर्तन के अंतर्गत जिले में 20 करोड़ रुपए के अनुदान से चलाई जा रही परियोजना की विस्तृत समीक्षा भी की। महाप्रबंधक द्वारा परियोजना के अंतर्गत पावटा साहिब ब्लॉक के परदुनी में व पछाद ब्लॉक के केरी में योजना के तहत किए जा रहे जा कार्यों का निरीक्षण किया। महाप्रबंधक द्वारा तय समय सीमा में परियोजना के सभी कार्यों को पूरा करने व कार्यों के क्रियान्वयन में गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता दिए जाने को कहा गया। डीसी सिरमौर डॉ आरके परुथी के साथ बैठक में जिले में जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय अनुकूलन निधि के अंतर्गत चलाये जा रहे कार्यक्रम की समीक्षा की। इस विषय में परियोजना स्थल की विजिट के अनुभव सांझे किए। महाप्रबन्धक द्वारा जिले में लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिल कर जिले में विभाग द्वारा आरआईडीएफ के अंतर्गत की जा रही परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई। विभाग को नॉन स्टार्टर व स्लो मुविंग प्रोजेक्ट्स पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। इस मौके पर डीडीएम सिरमौर गौरव शर्मा निदेशक अरावली संगठन डॉक्टर यशपाल शर्मा वीरेंद्र कपूर सहित अन्य लोग मौजूद रहे।