कोरोना संकट के बीच और बरसात की मार सब्जियों के भाव छूने लगे आसमान, मटर 100 तो भिंडी बिक रही 80 रुपए प्रति किलो
नाहन। कोरोना संकट और बरसात की मार के कारण सब्जियों के भाव आसमान को छूने लगे हैं। ऐसे में लोगों की थाली से सब्जियां गायब होने लगी है। टमाटर जहां लाल हो गया वहीं करेला भी कड़वा हो गया। महंगाई बढ़ने से भिडी भी बेस्वाद लगने लगी है। जिला सिरमौर के मुख्यालय नाहन में अचानक सब्जियों के दाम में हुई बढ़ोतरी से आम और खास दोनों वर्ग के लोग परेशान है।
मौसम की मार के कारण हरी सब्जियों की कीमत आसमान तक पहुंच गई है। ऐसे में महंगी सब्जियों ने गृहिणियों की रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। लोग बाजार में अधिक सब्जी की जगह आधा-आधा किलो सब्जियां खरीद रहे हैं। अदरक बाजार में 150 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है, तो टमाटर और फूलगोभी 80 रुपये प्रतिकिलो तक पहुंच गई है। खीरा 50 तो करेला 40 रुपए तक बिक रहा है। मैदानी इलाकों से केवल चार-पांच सब्जियां मिल रही हैं। वहीं स्थानीय सब्जियों की मांग मैदानी इलाकों में अधिक है जिस कारण सब्जी मंडी में सब्जियां कम हैं और जिसके चलते दाम घटने का नाम नहीं ले रहे हैं।
बारिश से फसलें बर्बाद हो रही हैं। बची हुई फसल को मंडी तक पहुंचाने में भी दिक्कत आ रही है। महंगी सब्जियों की मार सबसे ज्यादा आम वर्ग पर पड़ रही है। सब्जी व्यापारियों का कहना है कि बरसात की वजह से मंडी में बाकी महीनों के मुकाबले कम सब्जियां पहुंच रही हैं, इसके चलते दाम बढ़े हैं। बरसात के महीनो तक स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी।