ऐतिहासिक शक्तिपीठ कालीस्थान में नवरात्रि अवसर पर कम हुई श्रद्धालुओं की संख्या
नाहन (हिमाचलवार्ता)। चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है इस भावना के साथ प्रतिवर्ष खास तौर पर नवरात्रि अवसर पर शक्तिपीठों में जुटने वाले श्रद्धालु कम संख्या में कोरोना काल के चलते जुट रहे है। ऐतिहासिक शक्तिपीठ कालीस्थान में नवरात्रि को प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में भीड़ जुटती आई है मगर इस मर्तबा तीन दिन में मात्र हजार दो हजार की रजिस्ट्रेशन मन्दिर कमेटी के पास दर्ज हो पाई है। मंदिरो में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बकायदा सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। मन्दिरों में सरकार के एसओपी के चलते भी श्रद्धालु भोग , प्रशाद, चरणामृत, घण्टी, टीका कुछ भी मन्दिर में प्रयोग नही कर पा रहे।
जिससे हल्की मायूसी भी भक्तों में नजर आ रही है। कालीस्थान मन्दिर स्थानीय के अलावा प्रदेश के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं का भी सिद्ध पीठ है। जिसे रियासत सिरमौर के शासकों ने 1735 ईसवी में बनवाया था। माँ यहां पिंडी रूप में विराजमान है। कालीस्थान मन्दिर के सचिव स्वामी तीर्थनन्द ने बताया कि सभी नियमो के साथ श्रद्धालुओं को मन्दिर में प्रवेश दिया जा रहा है। प्रसाद विक्रेता धीरज ने बताया कि केवल लोग घरों के लिए ही थोड़ी बहुत संख्या में प्रसाद ले जा रहे है। मंदिरों में आने वाले श्रद्धालु प्रसाद नही ले जा पा रहे है। मन्दिर में घंटी बजा शव जाने पर रोक लगाई हुई है!