नाहन (हिमाचलवार्ता)। कालाअंब स्थित एल्को फैक्ट्री के ब्रांड नाटी नंबर वन संतरा देसी शराब की बोतल पर छपी हिमाचली नाटी की फोटो को एक्साइज विभाग द्वारा हटाए जाने के आदेश दे दिए गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब दो माह पहले खुली इस शराब फैक्ट्री में देसी शराब बनाई जाती है। इस शराब का ब्रांड नाम नाटी नंबर वन संतरा रखा गया है।
बोतल पर छपी नाटी की फोटो को लेकर भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा हिमाचली कल्चर को नशे की बोतल पर छापने को लेकर ऐतराज जताया गया था। ऐसा इसलिए भी क्योंकि इस ब्रांड की शराब अन्य राज्यों में भी जाती है, जहां शराब की बोतल पर हिमाचली संस्कृति की छाप होने से प्रदेश की छवि खराब हो रही थी हालांकि प्रबंधन द्वारा फैक्ट्री चलाए जाने से पूर्व ब्रांड लेबल को अप्रूव भी करवाया गया था।
इसके बाद करीब दो माह पहले यह फैक्ट्री प्रोडक्शन पर आ गई थी। भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा आपत्ति दर्ज किए जाने के बाद एक्साइज विभाग इस बाबत सूचना भी दी गई। इसके बाद आबकारी एवं कराधान विभाग के द्वारा फैक्ट्री के मालिक को बोतल पर से हिमाचली नाटी की तस्वीर हटाए जाने के आदेश जारी किए गए। यही नहीं नाटी की फोटो वाले तमाम तैयार माल को बेचने से भी रोक दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार फैक्ट्री की करीब 6 हजार पेटियां जिसकी अनुमानित लागत 1 करोड़ के आसपास बताई जाती है। इसके अलावा होल सेल स्टॉक में रखी 30 पेटियों को भी बेचने से रोका गया है। हालांकि यह माल सीज नहीं किया गया है। विभाग के द्वारा फैक्ट्री प्रबंधन को केवल इसका लेबल हटाने तक शराब बेचने के लिए रोका गया है। यही नहीं शराब फैक्ट्री की प्रोडक्शन को भी फिलहाल के लिए रोक दिया गया है।
उधर, आबकारी एवं कराधान विभाग के कमिश्रर रोहन ठाकुर ने पुष्टि करते हुए बताया कि फैक्ट्री को सील नहीं किया गया है। बल्कि शराब की बोतल पर नाटी की तस्वीर को हटाए जाने के लिए कहा गया है।
उधर, उप आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी विभाग जिला सिरमौर प्रीतपाल सिंह ने बताया कि मिले आदेशों के अनुसार फिलहाल लेबल चेंज होने तक के लिए तैयार माल को न बेचने की हिदायत दी गई है। खबर लिखे जाने के बाद उप आयुक्त ने बताया कि ब्रांड के नए लेवल की अप्रूवल आ गई है। जिसके बाद लेवल चेंज कर शराब बिक्री की जा सकेगी।