नाहन (हिमाचलवार्ता)। बेसहारा गोवंश को आशियाना दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे गौ संरक्षण सचिन ओबरॉय एक बार फिर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं।
सचिन ने 2 सप्ताह पूर्व प्रशासन को आगाह किया था कि यदि तत्काल प्रभाव से बेसहारा गोवंशो के लिए प्रभावी कदम ना उठाए गए तो वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर चले जाएंगे।
बता दें कि सचिन ओबरॉय लंबे समय से गौ संरक्षण के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने शहर से 7 किलोमीटर दूर एक गौशाला भी स्थापित की है। लेकिन उसे ही किसी तरह की सरकारी सहायता प्राप्त नहीं है।
सचिन ने बीते माह 1 दिन के सांकेतिक भूख हड़ताल कर सरकार को चेतावनी दी थी कि यदि तत्काल प्रभाव से बेसहारा गोवंशों को गौशालाओं में नहीं पहुंचाया गया तो वह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर चले जाएंगे। लेकिन शासन व प्रशासन पर इस चेतावनी का कोई असर नहीं हुआ।
इस बात से निराश सचिन ने मंगलवार को भगवान वाल्मीकि चौक से लेकर रामलीला मैदान तक रैली प्रदर्शन किया। रामलीला मैदान में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए।
इस दौरान उन्हें पुलिस के विरोध का भी सामना करना पड़ा। भूख हड़ताल के लिए निर्धारित रामलीला मैदान के गेट पर पुलिस ने ताले जड़ दिए। यहां भूख हड़ताल रोकने की कोशिश की। लेकिन सचिन नहीं माने और वह जैसे तैसे मैदान में रामलीला मंच पर भूख हड़ताल पर बैठ गए।
इस मौके पर उनके साथ व्यापार मंडल पांवटा साहिब के अध्यक्ष अनिंद्र सिंह नॉटी व मठ मंदिर आयाम के पूर्व प्रदेश प्रमुख नरेंद्र शर्मा सहित कई गौसेवी मौजूद रहे।