सोलन 06 जनवरी (हिमाचलवार्ता) हिमाचल प्रदेश की स्टेट विजिलेंस की टीम ने जिला सिरमौर के मुख्यालय नाहन स्थित डॉ वाई.एस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के एनेस्थीसिया विभाग के एचओडी डॉ गिरीश शर्मा को सोलन शहर के एक निजी अस्पताल में प्राइवेट प्रैक्टिस करते हुए रंगे हाथों दबोचा है। हालांकि विजिलेंस की टीम द्वारा चिकित्सक को मौके पर से गिरफ्तार किया, मगर बाद में चिकित्सक को फिलहाल जमानत मिल गई है।
जानकारी के मुताबिक मेडिकल कॉलेज नाहन के एनेस्थीसिया विभाग के एचओडी डॉ गिरीश वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन में तैनात एनेस्थीसिया विभाग के एचओडी है। चिकित्सक के खिलाफ विजिलेंस को शिकायत मिली थी। जिसके बाद एसपी विजिलेंस अंजुम आरा के दिशा निर्देश पर टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा बनाई गई रणनीति के आधार पर सोलन के एक निजी क्लिनिक में दबिश दी गई। मौके पर डॉक्टर को निजी अस्पताल में सेवाएं देते पाया गया।
चिकित्सक को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के मुताबिक डॉक्टर गिरीश शर्मा के खिलाफ लंबे समय से शिकायतें मिल रही थी कि वह निजी अस्पतालों में अपनी सेवाएं देते हैं। जानकारी के मुताबिक कई अन्य डॉक्टरों के खिलाफ भी विभाग व विजिलेंस को शिकायतें मिली है। गौर हो कि डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज अस्पताल का एनेस्थीसिया विभाग हमेशा सुर्खियों में रहता है। मेडिकल कॉलेज नाहन में एनेस्थीसिया विभाग द्वारा नियमित रूप से ऑपरेशन की तारीखें नहीं दी जाती है जिसके चलते मेडिकल कॉलेज के अन्य विभागों के वरिष्ठ चिकित्सक भी उनसे परेशान रहते थे।
सूत्र यह भी बता रहे है कि बुधवार को एनेस्थीसिया विभाग के एचओडी ड्यूटी पर भी प्रजेंट थे। उधर मामले की पुष्टि करते हुए एसपी विजिलेंस अंजुम आरा ने बताया कि डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन के एनेस्थीसिया विभाग के एचओडी डॉ. गिरीश शर्मा के खिलाफ विजिलेंस के पास शिकायत मिली थी। डॉ गिरीश शर्मा के निजी अस्पतालों में सेवाएं देने के चलते कल बुधवार को विजिलेंस ने उन्हें रंगे हाथ निजी अस्पताल में सेवाएं देते पकड़ा है।