श्री रेणुका जी हिमाचल वार्ता न्यूज़ (रंजना शर्मा ):-तापमान में आ रहे उतार-चढ़ाव का असर अब लोगों की सेहत पर दिखना शुरू हो गया है। बदलते तापमान की वजह से लोग बीमार हो रहे हैं। अचानक बदलते मौसम में सर्दी, खांसी, जुखाम, बुखार, चेस्ट इंफेक्शन और उल्टी-दस्त रोगों का बढऩे का खतरा बना हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन रोगों के मरीज स्थानीय अस्पताल नौहराधार, हरिपुरधार, संगड़ाह से उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। प्रतिदिन देखें तो बदलते मौसम के कारण उल्टी-दस्त से ग्रस्त करीब एक-दो रोगी अस्पताल में इलाज के लिए आ रहे हैं। गौरतलब है कि चूड़धार में बर्फबारी व निचले मध्यम ऊंचाई वाले स्थानों पर एक सप्ताह से लगातार खराब मौसम, ओलावृष्टि व बारिश के चलते जिला के मध्यम ऊंचाई वाले स्थानों में तापमान में काफी वृद्धि देखने को मिली है।
पिछले चार दिनों से क्षेत्रों में अत्याधिक मौसम खराब होने से एक बार फिर शीतलहर का प्रकोप जारी है। आजकल मई माह में जनवरी जैसी ठंड हो गई है, जिस कारण देखते ही देखते मौसम में अचानक बदलाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे मौसम में वायरल और बैक्टिरिया रोगों के पनपने का खतरा बना रहता है। क्षेत्रीय अस्पतालों में इन दिनों वायरल और खांसी, जुखाम, बुखार, उल्टी-दस्त से ग्रस्त रोगी देखने को मिल रहे हैं। बता दें कि इन बीमारियों की नौहराधार सीएचसी में रोजाना करीब 10 से 15 की ओपीडी रहती है। जिनमें से अधिकांश रोगी बुखार, सर्दी, खांसी की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो लोगों की लापरवाही के कारण बदलते मौसम में रोग बढऩे की संभावना अधिक देखने को मिलती है। अगर मौसम का मिजाज इसी प्रकार चलता रहा तो आने वाले दिनों में उपरोक्त रोगों से संबंधित रोगियों की संख्या अधिक देखने को मिल सकती है।