नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज)( रंजना शर्मा):- उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने सिरमौर जिला में अवैध रूप से की जा रही अफीम की खेती पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गैर कानूनी अफीम की खेती की रोकथाम के लिए पुलिस विभाग को कृषि तथा अन्य सम्बन्धित विभाग के साथ आपसी तालमेल से कार्य करना चाहिए ताकि अपराधियों को पकड़ा जा सके।
उन्होंने कहा कि अवैध नशे का कारोबार समाज के अत्यंत घातक है और इसकी चपेट में हमारा युवा वर्ग लगातार आ रहा है। उपायुक्त सुमित खिमटा आज नाहन में एनकोर्ड की जिला स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि ओपियम की अवैध खेती जहां जिला प्रशासन और पुलिस के लिये चिंताजनक है वहीं यह स्वस्थ समाज के लिये भी एक गंभीर चेतावनी है। उन्होंने पुलिस से आग्रह किया कि जिला में इस प्रकार की अवैध खेती की रोकथाम के लिए अधिक से अधिक कार्रवाई की जाये।
सुमित खिमटा ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों को भी इस प्रकार के नशे के अवैध कारोबार पर नजर रखनी चाहिए और इसकी सूचना जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पंचायती राज एक्ट और एनडीपीएस एक्ट में पंचायतों की जिम्मेदारी को स्पष्ट किया गया है, इसलिए पंचायत प्रतिनिधि अपनी जिम्मेवारी निभायें और अफीम की अवैध खेती सहित अन्य अवैध नशीले पदार्थों की बिक्री की सूचना पुलिस को प्रदान करें।
सुमित खिमटा ने स्कूली स्तर पर नशीलों पदार्थों के सेवन के विरूद्ध जागरूकता कार्यक्रम चलाने के लिए शिक्षा विभाग को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में लगातार जागरूक किया जाये।उपायुक्त ने जिला में चल रहे पांच नशा मुक्ति केन्द्रों के औचक निरीक्षण के निर्देश भी दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी, एसडीएम और अन्य सम्बन्धित अधिकारियों को नशा मुक्ति केन्द्र के नियमित निरीक्षण के लिए कहा। उन्होंने बताया कि सिरमौर जिला में वर्तमान में पांच नशा मुक्ति केन्द्र संचालित किये जा रहे हैं जिसमें एक बड़ू साहिब में, एक पांवटा में और तीन नाहन क्षेत्र में संचालि किये जा रहे हैं।