नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज़):- जिला सिरमौर के श्री रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र की लाना चेता वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पिछले पांच वर्षों से बिना प्रधानाचार्य के संचालित हो रही है। इस विद्यालश्रय में 270 से अधिक छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, बावजूद इसके एक स्थायी प्रिंसिपल की तैनाती नहीं हो पाई ृ। यह स्थिति सरकार के व्यवस्था परिवर्तन के दावों पर सवाल खड़े कर रही है।
गांव के जागरूक युवा सुनील तोमर और एसएमसी अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने बताया कि लंबे समय से स्कूल में प्रिंसिपल के साथ-साथ लिपिक का पद भी रिक्त है। परीक्षाओं में विद्यार्थियों के फेल और कंपार्टमेंट में आने की संख्या से यह स्पष्ट है कि शैक्षणिक माहौल प्रभावित हो रहा है। स्कूल में आसपास की करीब 5 से 6 पंचायतों के बच्चे पढ़ने आते हैं, जिससे इसकी महत्ता और भी बढ़ जाती है।
स्थानीय लोगों ने कई बार विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार को इस समस्या से अवगत करवाया है, लेकिन कोई ठोस कदम अब तक नहीं उठाया गया है। नागरिकों का कहना है कि यह क्षेत्र पहले से ही दुर्गम और पिछड़ा घोषित है, फिर भी शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधा को नजरअंदाज किया जा रहा है।
हायर एजुकेशन उपनिदेशक डॉ हेमेंद्र बाली ने कहा कि प्रिंसिपल की नियुक्ति प्रमोशन के आधार पर होती है और फिलहाल प्रमोशन लिस्ट लंबित है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर तक जैसे ही प्रमोशन लिस्ट जारी होगी, लाना चेता स्कूल में स्थायी प्रधानाचार्य की तैनाती कर दी जाएगी।