नाहन ( हिमाचल वार्ता न्यूज़ ) जिला मुख्यालय नाहन स्थित डाॅ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल में शनिवार को एमबीबीएस प्रशिक्षु डाॅक्टरों ने नैशनल एग्जिट टैस्ट (नैक्स्ट) के खिलाफ काले बिल्ले लगाकर विरोध प्रकट किया। करीब आधे घंटे प्रशिक्षु डाॅक्टरों ने मेडिकल काॅलेज परिसर में प्रदर्शन किया। काॅलेज के सीएससीए के अध्यक्ष संजीत राणा, उपाध्यक्ष सृष्टि शर्मा व महासचिव आकांक्षा ने बताया कि पूरे देश में वर्ष 2019 से नैशनल एग्जिट टैस्ट लागू किया गया है, जिसका वर्ष 2019 के बैच के प्रशिक्षु चिकित्सक कड़ा विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में इस अधिसूचना के लागू होने से पहले उनका बैच आरंभ हो चुका था। लिहाजा उन पर यह शर्त लागू नहीं की जाए।प्रशिक्षुओं ने कहा कि नैशनल एग्जिट टैस्ट एमबीबीएस के लाइसैंस की एक परीक्षा है, जो मेडिकल प्रैक्टिस के लिए लागू की गई है। इसके अलावा पोस्ट ग्रैजुएट प्रवेश परीक्षा के लिए भी नैक्स्ट परीक्षा को लागू किया गया है, जिसका एमबीबीएस के वर्ष 2019 के बैच के विद्यार्थी पूरी तरह से विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि एमबीबीएस का वर्ष 2019 का बैच 1 अगस्त, 2019 से लागू हो गया था जबकि एनएमसी का एक्ट 8 अगस्त, 2019 को पब्लिश होने के बाद सितम्बर, 2020 में लागू किया गया था। इस मौके पर आकांक्षा, केतन चौधरी, अजय ठाकुर, जयादित्य कंवर, सोलानी ठाकुर व आकांक्षा चौधरी के अलावा दर्जनों प्रशिक्षु डाॅक्टर मौजूद रहे।
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Sunday, June 1