नाहन (संजय सिंह)। लॉकडाउन में फंसे बाहरी राज्यों के कामगारों और कर्मचारियों के परिवारों को प्रदेश सरकार व प्रशासन उनके प्रदेशों तक भेजने की व्यवस्था में जुटा है। उत्तरप्रदेश जाने वाले 99 कामगारों को नाहन और पांवटा साहिब से कालका के लिए रवाना किया गया। इनमें से पांवटा साहिब से एक बस में 30 लोग भेजे गए।
जिला सिरमौर की विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में सैकड़ों प्रवासी कामगार रहते हैं जो कर्फ्यू के बाद से जिले में ही फंसे हुए हैं। कालाअंब, मोगीनंद, पांवटा की विभिन्न इकाइयों में कार्यरत करीब 99 कामगार पिछले 30-35 दिनों से फंसे हुए थे। पांवटा में तो कई लोग शेल्टर होम पांवटा में रह रहे थे।
तहसीलदार पांवटा कपिल तोमर की अगुवाई में टीम ने प्रथम चरण में 5 बच्चों समेत कुल 30 प्रवासी लोगों को एचआरटीसी की बस से कालका के लिए रवाना किया। जबकि मोगीनंद और कालाअंब से 66 कामगार बरेली के लिए दो बसों में भेजे गए। तहसीलदार नाहन नारायण सिंह ने बताया कि कालाअंब और मोगीनंद से 66 कामगार बरेली भेजे गए जबकि 15 बच्चों को अरुणाचल प्रदेश के लिए अलग से भेजा गया।
उधर, तहसीलदार पांवटा कपिल तोमर ने कहा कि उत्तरप्रदेश के 30 लोगों को एचआरटीसी की बस से रवाना कर दिया गया है। इनमें 5 छोटे बच्चे भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि अगले चरण में 26 और 28 मई 2020 को उत्तरप्रदेश के सिरमौर में कार्यरत लोग अपने घरों को रवाना हो सकेंगे। अब तक करीब 60 प्रवासी कामगार इन तिथियों में घर जाने को आवेदन भेज चुके हैं।