पांवटा में पांच गावों को कोविड के लिए जागरूक करेगा आईआईएम सिरमौर
नाहन (हिमाचलवार्ता)। उन्नत्त भारत अभियान परियोजना के तहत भारतीय प्रबंधन संस्थान सिरमौर में सेंटर फॉर सस्टेनेबिलिटी एंड एनवायर्नमेंटल मैनेजमेंट कोरोना वायरस और कोविड-19 महामारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 15 से 22 सितंबर के दौरान जागरूकता शिविर आयोजित कर रहा है।
सीएसईएम की स्थापना वर्ष 2019 में प्रोफेसर डा. नीलू रोहमित्रा, निदेशक आईआईएम सिरमौर की पहल के फलस्वरूप की गई थी। केंद्र की स्थापना के पीछे उद्देश्य पर्यावरण स्थिरता के क्षेत्र में सक्रिय अनुसंधान को बढ़ावा देना और प्रभावी और व्यवस्थित तरीके से समान दिशा में प्रयास करना है।
अभियान के तहत इस सप्ताह के दौरान भारत सरकार के उन्नत्त भारत अभियान के तहत संस्थान द्वारा गोद लिए गए गांवों में जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा। संस्थान ने पांवटा साहिब के पास पांच गांवों को गोद लिया है, जिसमें कुंजा, अजौली, जामनीवाला, डांडा और डोबरी है।
ड्राइव के दौरान गांवों में एक सुरक्षा किट प्रदान की जाएगी। सुरक्षा किट के उपयोग पर ग्रामीणों को एक संक्षिप्त प्रदर्शन भी दिया जाएगा। यह अभियान पहले दिन कुंजा गांव से शुरू हुआ था, जिसके दौरान आईआईएम सिरमौर के नामित अधिकारियों ने ग्राम प्रधान शिक्षा देवी, पंचायत सचिव लेखराज चौधरी और अन्य वार्ड सदस्यों के साथ-साथ पंचायत कार्यालय, कुंजा मतरालियों के कुछ ग्रामीणों से मुलाकात की।
प्रो. प्रदीप पात्रा, प्रो. पारुल मलिक, डा. अर्पिता घोष और आईआईएम सिरमौर के अन्य अधिकारियों ने पंचायत अधिकारियों को रोकथाम आवश्यक चीजें सौंपी, जिसमें एक पीपीई किट के साथ 100 कपड़े के बने हुए मास्क और कीटाणुनाशक से भरी मैनुअल सेनिटाइजर स्प्रे मशीन शामिल थी।
पंचायत अधिकारियों और स्थानीय ग्रामीणों को इस विश्वव्यापी महामारी से लड़ने के लिए उचित स्वच्छता विधियों, सावधानियों और निवारक उपायों के बारे में अवगत करवाया गया। ग्रामीणों ने आईआईएम सिरमौर द्वारा किए जा रहे सामाजिक दायित्त्व की सराहना की और इस अभूतपूर्व समय के दौरान स्थानीय समुदाय की मदद करने के लिए धन्यवाद दिया।