किसान हितैषी नीतियों के चलते फसलों का रकबा बढ़ रहा है- दलाल चंडीगढ़। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जे.पी. दलाल ने कहा है कि हरियाणा की पहल पर केन्द्र सरकार द्वारा बुआई सीजन से पहले खरीफ व रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करना स्वागत योग्य कदम है। इसको देखकर किसान बुआई का समय आने से पहले ही यह मन बना लेता है कि उसको किस फसल की बिजाई करने से अधिक भाव मिलेंगे। श्री दलाल ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा कल ही रबी की प्रमुख फसलों जैसे गेहूं, चना, सरसों, जौं तथा मसूर के…
Author: Himachal Varta
पंजाब के खेल मंत्री ने आई.आई.एम. रोहतक में दो वर्षीय पोस्ट ग्रैजुएट स्पोर्टस मैनेजमेंट कोर्स के विद्यार्थियों के लिए उद्घाटनी समारोह को ऑनलाइन किया सम्बोधन खेल मैनेजमेंट के क्षेत्र में वैश्विक स्तर के मैनेजर पैदा करने में आई.आई.एम्ज़ की भूमिका को अहम बताया चंडीगढ़। पंजाब के खेल, युवक सेवाएं और प्रवासी भारतीय मामलों बारे मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने आई.आई.एम. रोहतक में दो वर्षीय खेल मैनेजमेंट पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा कोर्स में नये दाखि़ल हुए विद्यार्थियों को आज खेल मैनेजमेंट के हुनर सिखाए। पूर्व भारतीय क्रिकेटर अतुल वासन, सेवामुक्त भारतीय वेटलिफ़टर करनम मलेश्वरी और अन्य प्रमुख हस्तियों की हाजिऱी में…
शिमला। इंडो-तिब्बत-बार्डर-पुलिस बल भारत तिब्बत सीमाओं की रक्षा करने के अलावा बचाव कार्य, सीमा सुरक्षा, आतंकवाद रोधी कार्यों जैसे अनेक कार्यों से राष्ट्र की सेवा कर रहा है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के सेक्टर हेडक्वाटर शिमला में फ्लैग इन सेरेमनी की अध्यक्षता करते हुुए कही। उन्होंने इस अवसर पर गार्ड आॅफ आॅनर की सलामी भी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्र आईटीबीपी के बलिदान और बहादुरी का ऋणी है उन्होंने कहा कि आईटीबीपी देश की सीमाओं को सुरक्षित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आइटीबीपी…
शिमला। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज यहां राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान और हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एचपीएसडीएमए) द्वारा संयुक्त रूप से ‘सस्टेनेबल एण्ड सेफ हिली ऐरिया डवेल्पमेंट विद फोक्स आॅन अर्थक्वेक, लेंडसलाइड एण्ड फलडस’ विषय पर आयोजित वेबिनार के दौरान कहा कि विश्व का 58 प्रतिशत भू-भाग और देश के लगभग 21 राज्य और 4 केन्द्रशासित प्रदेश प्राकृतिक आपदा की दृष्टि से संवेदनशील है। हिमालय और पश्चिम घाट के क्षेत्र भू-स्खलन जैसी प्राकृतिक आपदा के कारण हमेशा प्रभावित रहते हैं। हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक आपदा के दृष्टिगत अतिसंवेदनशील है। उन्होंने कहा कि आपदा की स्थिति में त्वरित…
भाजपा सरकार ने अपने ढाई साल के कार्यकाल में विकास और विश्वास की नई इबारत लिखी-डा. बिन्दल नाहन। विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिन्दल ने कहा कि नाहन विधानसभा क्षेत्र की हरिपुर खोल, कोलर, रामपुर भारापुर, पड़दूनी और माजरा पंचायतों की नई पेयजल योजनाएं तैयार की जा रही हैं जिन पर 10 करोड़ रुपये की व्यय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने अपने ढाई साल के कार्यकाल में विकास और विश्वास की नई ईबारत लिखी है। डा. राजीव बिन्दल मंगलवार को पांवटा में नाहन विधानसभा क्षेत्र की 9 पंचायतों में चल रहे विकास कार्यों…
नाहन। नगर परिषद नाहन के वार्ड नम्बर 3,8,9, 10 व 11 सहित ग्राम पंचायत सतीवाला,बनकला, बर्मा पापरी, देवका पूडला में कोरोना पॉजीटीव के केस पाए जाने के बाद जिला दण्डाधिकारी सिरमौर डॉ0आर0के0परूथी ने आज यहां आदेश जारी करते हुए नगर परिषद नाहन के वार्ड नम्बर 3 मॉल रोड नाहन पर गुलशन अली, नासिर अली, ईरसाद सुपुत्र बशीर अहमद के घर, वार्ड नम्बर 8 बड़ चौक में योगेश जैन सुपुत्र पूर्ण चंद का घर दुकानों को छोड़कर, वार्ड नम्बर 10 कच्चा टैंक में प्रीतम कौर पत्नी राम लाल मकान संख्या 153/10, वार्ड नम्बर 11 माया राम स्वीट शॉप के पीछे नरेश…
नाहन। शिलाई तहसील की ग्राम पंचायत बालीकोटी व बांदली सहित उप तहसील रोहनाट के नैनीधार, रास्त पंचायत सहित राजगढ़ तहसील की ग्राम शलाना में कोरोना पॉजीटीव मामले पाए जाने के बाद ग्राम पंचायत बालीकोटी की ग्राम चाकरी मंे बलवीर सिंह का घर, ग्राम पंचायत बांदली मंेे बस्ती राम का घर व उप-तहसील रोहनाट की ग्राम पंचायत नैनीधार का समस्त देरयाना गांव व समस्त नैना गांव का क्षेत्र सहित ग्राम पंचायत रास्त के गांव खिजवारी में अतर सिंह के घर को कन्टेंमेंट जोन बनाकर सील कर दिया गया है। राजगढ़ तहसील की ग्राम पंचायत शलाना में मीरा देवी पत्नी जितेन्द्र सेठिया…
नाहन। हिमाचल के पांवटा साहिब विस क्षेत्र में 251 करोड़ रुपये से यमुना नदी का तटीकरण होगा। जलशक्ति विभाग ने इस योजना को मंजूरी प्रदान कर दी है। योजना के बनने से उत्तराखंड से हरियाणा की सीमा तक यमुना नदी के तट को बाढ़ से नियंत्रित करने के लिए कार्य होगा। यमुना नदी के तट के करीब 32 किमी क्षेत्र में से 20 किमी क्षेत्र भूमि कटाव के लिए संवेदनशील है। तटीकरण होने से करीब 428.11 हेक्टेयर जमीन को भी यमुना नदी की बरसात में आने वाली बाढ़ से होने वाले भूमि कटाव और फसलों को होने वाली क्षति से…